मंडीः प्रदेश के वन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि जंजैहली में हिमाचल की दूसरा मनाली क्षेत्र बनाया जाएगा. इसके लिए जंजैहली में करीब 200 बीघा भूमि पर मनाली का दूसरा स्वरूप तैयार किया जाएगा. इसे पूरी तरह से मनाली के पैट्रन पर ही बनाया जाएगा. समूचे 200 बीघा क्षेत्र में यहां आने वाले पयर्टकों को वो हर प्रकार की सुविधा मिलेगा, जैसी मनाली में मिलती हैं.
पर्यटन की दृष्टि से विकसित होने के बाद यहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार के रुप में इसका लाभ मिलेगा. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. महादेव में भाजपा मंडल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इसका बात का खुलासा किया.
वन मंत्री ने कहा कि फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट पहली अक्टूबर से शिमला में कार्य करना शुरू कर देगा. इस कार्यालय के शुरु होने से वन स्वीकृति के मामलों के लिए चंडीगढ़ और देहरादून नहीं जाना होगा. ऐसे सभी कार्य अब शिमला में ही निपटाए जाएंगे. इससे विकास कार्यों में भी तेजी आएगी.
राकेश पठानिया ने कहा कि वनों का संरक्षण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है. प्रदेश में वनों का घनत्व बढ़ने से प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में विशेष सहायता मिलेगी. प्रदेश सरकार द्वारा करवाए गए विकास कार्य मिशन रिपीट में मुख्य भूमिका निभाएंगे.
इसी के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिशन 2022 के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. सोमवार को नाचन विस क्षेत्र के महादेव में आयोजित भाजपा मंडल के सदस्यों के साथ बैठक में रणनीति बनाई है. बैठक में चुनावों के लिए बूथ स्तर से पन्ना प्रमुखों तक को मजबूत करने की चर्चा की गई है.
भाजपा मंडल की बैठक में भाग लेने के बाद राकेश पठानिया ने जवाला में फुट ब्रिज, सेगल में कॉर्पोरेशन के सेल डिपो, वन निरीक्षण कुटीर और टमरोह के सयोसी में भी फुट ब्रिज का उद्घाटन किया.
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