मंडी: जोगिंद्रनगर उपमंडल में रविवार सुबह तूफान से नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा है. गुठलीदार फलों पर हुई फ्लावरिंग प्रभावित हुई है. इन दिनों गुठलीदार फलों की सेटिंग भी हो चुकी है, लेकिन तूफान ने इसे भी प्रभावित किया है. तूफान का सीधा प्रभाव गुठलीदार फलों के उत्पादन पर पड़ेगा.
जोगिंद्रनगर उपमंडल में आए तूफान से बागवान व किसान चिंता में डूब गए हैं. मंडी जिला के कई इलाकों में बागवानी व कृषि ही आय का मुख्य जरिया है, लेकिन मौसम के बिगड़ते मिजाज से अब किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं.
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फ्लावरिंग के समय तूफान आंधी होने से फूल झड़ जाते हैं. नतीजतन फसल का उत्पादन नहीं हो पाता है. हालांकि प्लम, आम समेत अन्य नकदी फसलों पर खिले फूलों को देखकर बागवान व किसान गदगद थे, लेकिन अब मौसम के कहर से किसानों को दिक्कतें बढ़ने लग गई हैं.
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बागवानी विभाग के एचडीओ चिंत राम ने कहा कि तूफान से आम, प्लम समेत अन्य गुठलीदार फलों के पेड़ों पर हुई फ्लावरिंग व सेटिंग पर असर पड़ता है. तूफान से अभी तक फील्ड में हुए नुकसान की रिपोर्ट नहीं मिली है.
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वहीं, जिला कृषि अधिकारी बिधि शर्मा ने कहा कि तूफान से गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है. हालांकि अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है. प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत पात्र किसानों के नुकसान की भरपाई हो सकती है. वहीं, एसडीएम जोगिंद्रनगर अमित मेहरा ने कहा कि तूफान से हुए नुकसान की अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.