मंडी: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर प्रदेश में खतरनाक साबित हो रही है. आलम यह है कि मंडी जिला के सबसे बड़े 40 बेडिड डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल बीबीएमबी कॉलोनी भी हाउसफुल की स्थिति में पहुंच गया है.
ऐसा ही मामला रविवार देर रात को देखने को मिला, जब कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों को लेकर 4 एंबुलेंस डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल पहुंची. लेकिन अस्पताल अपनी क्षमता से अधिक मरीज होने के कारण इन मरीजों को 3 घंटे तक एंबुलेंस में ही इंतजार करना पड़ा. ड्यूटी कर मौजूद एंबुलेंस कर्मचारी और मरीज कई घंटे एंबुलेंस में ही विभाग के आगामी आदेश का इंतजार करते रहे. कई घंटों बाद अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त बेड का इंतजाम कर मरीजों को शिफ्ट किया.
तैयार किया जा रहा कोविड केयर सेंटर
वहीं, सीएमओ मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा का कहना है कि जिला में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को लेकर रत्ती अस्पताल को भी कोविड केयर सेंटर के तौर पर तैयार किया जा रहा है। अभी रत्ती अस्पताल में तैयारियां चल रही हैं। लेकिन जिस तरह से जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है उससे आने वाले समय में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
जिले में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार रात जारी कोविड-19 रिपोर्ट के अनुसार जिले में 108 नए कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही अब जिला मंडी में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 787 और संक्रमण से मौत का आंकड़ा 145 पहुंच गया है.
मेडिकल कॉलेज को हाल ही में किया गया डिनोटिफाई
बता दें इससे पूर्व कोरोना संक्रमितों के लिए श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में स्थापित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल लगभग एक वर्ष तक अपनी सेवाएं दे चुका है और इसे हाल ही में डिनोटिफाई कर ओपीडी को दोबारा चालू कर दिया गया है.