मंडी: हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद सुंदरनगर (Sundernagar Municipal Council) में 23 करोड़ रुपयों से निर्मित ऊठाऊ पेयजल योजना (BSL reservoir drinking water scheme) को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश भाजपा सरकार और जलशक्ति विभाग पर निशाना साधा है. रविवार को मंडी जिले के सुंदरनगर में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि सुंदरनगर नगर परिषद क्षेत्र के लिए बीएसएल जलाशय से पानी ऊठाकर पेयजल योजना को शुरुआत से ही विरोध झेलना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि सुंदरनगर शहर के आसपास के क्षेत्रों में कई प्राकृतिक स्त्रोत मौजूद हैं और उनका संवर्धन कर लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति की जा सकती हैं. बीएसएल जलाशय से लोगों को पेयजल की आपूर्ति उस जगह से हो रही है, जहां ब्यास नदी की गंदगी इक्ट्ठा होती है. सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि बीएसएल जलाशय से पानी उठाने के बाद लोगों की इसकी आपूर्ति करने से बीमारियां हो रही हैं. सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि जल शक्ति विभाग द्वारा जहां से पानी को लिफ्ट किया जा रहा है, वहां पर सरेआम गंदगी का आलम देखा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी उनके द्वारा बीएसएल जलाशय से विभाग द्वारा पानी उठाने का विरोध किया जा चुका है. लेकिन विभाग द्वारा सारी बातों को दरकिनार कर लोगों को दूषित पानी पिलाया जा रहा है. उन्होंने विभाग और सरकार से पेयजल योजना को लेकर सुधार करने की मांग की है. बता दें कि जिला मंडी के सुंदरनगर शहर के लोगों के लिए बीएसएल जलाशय से शुरू की गई 23 करोड़ की उठाऊ पेयजल योजना का लोकार्पण हाल ही में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा किया गया था. लेकिन यह उठाऊ पेयजल योजना सरकार और जल शक्ति विभाग के लिए जी का जंजाल बन चुकी है. जहां लोग लगातार इस उठाऊ पेयजल योजना का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल कांग्रेस भी भाजपा और जल शक्ति विभाग पर हमलावर हैं.