मंडी: मंडी जिले में स्थित पंडोह में 1923 में बने पंडोह के लाल पुल की हालत खस्ता हो चुकी है. हालत इतनी खस्ता है कि पैदल चलने वालों के लिए यह पुल किसी खतरे से खाली नहीं है. वहीं, (Red Bridge of Pandoh) स्थानीय लोगों में भी इस पुल की दयनीय हालत को लेकर काफी रोष है. बता दें कि यह लाल पुल सदर विधानसभा क्षेत्र को द्रंग विधानसभा क्षेत्र से जोड़ता है.
द्रंग से कई लोग रोजाना पंडोह आते हैं. इस पुल पर छोटी गाड़ियां, निजी बसें व सरकारी बसें चलती हैं. स्थानीय निवासियों ने कहना है कि उनका रोज यहां से आना जाना होता है. (Condition of Pandoh Red Bridge) पुल पर कई जगह वेल्डिंग टुट गई है. कई जगह दरारें आ चुकी हैं और बड़े-बड़े होल बन चुके हैं. जिसके चलते इस पुल पर कभी भी हादसा हो सकता है. स्थानीय लोगों के अनुसार 2 हफ्ते पहले भी एक व्यक्ति की पुल से नीचे (Person died after falling from Pandoh Bridge) गिरकर मौत हो गई थी.
स्थानीय निवासी राधा कृष्ण वर्मा, धर्म चंद भाटिया व दीनानाथ ने बताया कि अगले साल इस पुल को 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस पुरानी धरोहर का विभाग द्वारा सही ढंग से रखरखाव नहीं किया जा रहा है. इनके द्वारा कई बार विभाग को सूचित किया गया पर कोई कार्यवाही नहीं की गई. स्थानीय लोगो की मांग (People demand to repair Pandoh Bridge) उठाई है कि इस पुल पर दोनों तरफ लोहे की रेलिंग लगाई जाए एवं इस पुल की मरम्मत सही ढंग से की जाए.
उधर, मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग मंडी (Public Works Department Mandi) के अधिशाषी अभियंता जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि मामला ध्यान में है. पुल की मरम्मत का कार्य मैकेनिकल डिवीजन कुल्लू को सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि इनको विभाग की तरफ से फंड भी जारी कर दिया गया है. मैकेनिकल डिवीजन कुल्लू द्वारा पुल की मरम्मत का टेंडर भी लगाया जा रहा है. जल्द ही पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
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