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हिमाचल को बचाना है : मंडी एसपी ने नशे के खिलाफ स्वयंसेवियों को किया जागरूक

एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने युवा पीढ़ी के चिट्टे के गिरफ्त में आने पर चिंता जाहिर की और इससे बचने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि चिट्टे का चार या पांच बार सेवन के बाद कोई भी इसका आदी हो सकता है. उन्होंने कहा कि चिट्टा महंगा होने के कारण इसकी जरूरत पूरी करने के लिए अक्सर युवा चोरी व अन्य क्राइम में भी शामिल हो जाते हैं.

awareness campaign against drugs  in mandi
मंडी एसपी ने नशे के खिलाफ स्वयंसेवियों को किया जागरूक
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Published : Feb 3, 2020, 4:06 PM IST

मंडी: हिमाचल में नशा एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है. ऐसे में हिमाचल की भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए जागरूकता बड़ा साधन है. वल्लभ कॉलेज मंडी में सात दिवसीय एनएसएस शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे एसपी मंडी गुरदेव शर्मा स्वयंसेवियों को नशे के विरूद्ध जागरूक किया. वहीं, उन्होंने युवाओं को कानूनी जानकारियां भी दी.

एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने युवा पीढ़ी के चिट्टे के गिरफ्त में आने पर चिंता जाहिर की और इससे बचने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि चिट्टे का चार या पांच बार सेवन के बाद कोई भी इसका आदी हो सकता है. चिट्टा महंगा होने के कारण इसकी जरूरत पूरी करने के लिए अक्सर युवा चोरी व अन्य क्राइम में भी शामिल हो जाते हैं. ऐसे में सिंथेटिक ड्रग से युवा दूर रहें और खेलों व पढ़ाई में ही मन लगाएं.

उन्होंने कहा कि डी एडिक्शन सेंटर में इलाज न करवाने पर चिट्टे के आदी व्यक्ति की मौत भी हो जाती है. एसी मंडी ने स्वयंसेवियों से आह्वान किया कि किसी भी प्रकार के अवैध नशे की जानकारी पुलिस को दें. उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कानून के अन्य पहलुओं को लेकर भी विस्तार से स्वयंसेवियों को जानकारी दी.

वीडियो

बता दें कि मंडी जिला में चिट्टे व चरस के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. चिट्टे की तस्करी करते हुए ज्यादतर युवा ही पकड़े जा रहे हैं, जो कि बेहद चिंताजनक है. जागरूकता के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव बताकर उन्हें इससे दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: सोलन-सिरमौर में BSNL के 128 कर्मचारियों ने ली स्वेच्छिक रिटायरमेंट

मंडी: हिमाचल में नशा एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है. ऐसे में हिमाचल की भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए जागरूकता बड़ा साधन है. वल्लभ कॉलेज मंडी में सात दिवसीय एनएसएस शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे एसपी मंडी गुरदेव शर्मा स्वयंसेवियों को नशे के विरूद्ध जागरूक किया. वहीं, उन्होंने युवाओं को कानूनी जानकारियां भी दी.

एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने युवा पीढ़ी के चिट्टे के गिरफ्त में आने पर चिंता जाहिर की और इससे बचने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि चिट्टे का चार या पांच बार सेवन के बाद कोई भी इसका आदी हो सकता है. चिट्टा महंगा होने के कारण इसकी जरूरत पूरी करने के लिए अक्सर युवा चोरी व अन्य क्राइम में भी शामिल हो जाते हैं. ऐसे में सिंथेटिक ड्रग से युवा दूर रहें और खेलों व पढ़ाई में ही मन लगाएं.

उन्होंने कहा कि डी एडिक्शन सेंटर में इलाज न करवाने पर चिट्टे के आदी व्यक्ति की मौत भी हो जाती है. एसी मंडी ने स्वयंसेवियों से आह्वान किया कि किसी भी प्रकार के अवैध नशे की जानकारी पुलिस को दें. उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कानून के अन्य पहलुओं को लेकर भी विस्तार से स्वयंसेवियों को जानकारी दी.

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बता दें कि मंडी जिला में चिट्टे व चरस के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. चिट्टे की तस्करी करते हुए ज्यादतर युवा ही पकड़े जा रहे हैं, जो कि बेहद चिंताजनक है. जागरूकता के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव बताकर उन्हें इससे दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है.

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Intro:मंडी। हिमाचल में नशा एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। ऐसे में हिमाचल की भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए जागरूकता बड़ा साधन है। वल्लभ कॉलेज मंडी में सात दिवसीय एनएसएस शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे एसपी मंडी गुरदेव शर्मा स्वयंसेवियों को नशे के विरूद्ध जागरूक किया। वहीं, उन्होंने युवाओं को कानूनी जानकारियां भी दी।



Body:एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने युवा पीढ़ी के चिट्टे के गिरफ्त में आने पर चिंता जाहिर की और इससे बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चिट्टे का चार या पांच बार सेवन के बाद कोई भी इसका आदी हो सकता है। इसके बाद आदी व्यक्ति चिट्टे की जरूरत को पूरा करने के लिए तस्कर भी बन जाता है। उन्होंने कहा कि चिट्टा महंगा होने के कारण इसकी जरूरत पूरी करने के लिए अकसर युवा चोरी व अन्य क्राइम में भी शामिल हो जाते हैं। ऐसे में सिंथेटिक ड्रग से युवा दूर रहे और खेलों व पढ़ाई में ही मन लगाएं। उन्होंने कहा कि डी एडिक्शन सेंटर में इलाज न करवाने पर चिट्टे के आदी व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। उन्होंने स्वयंसेवियों से आह्वान किया कि किसी भी प्रकार के अवैध नशे की जानकारी पुलिस को दें। उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कानून के अन्य पहलुओं को लेकर भी विस्तार से स्वयंसेवियों को जानकारी दी।

बाइट - गुरदेव शर्मा, एसपी मंडी




Conclusion:बता दें कि मंडी जिला में चिट्टे व चरस के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। चिट्टे की तस्करी करते हुए अधिकत्तर नवयुवक पकड़े जा रहे हैं। जोकि बेहद चिंताजनक हो गया है। जागरूकता के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव बताकर उन्हें इससे दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है।
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