मंडी: किरतपुर-मनाली फोरलेन निर्माण के दौरान एनएचएआई के अधिकारियों पर निजी होटलों के मालिकों को फायदा पहुंचाने के आरोप लग रहे है. पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बीआर कौंडल पीएम मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को एनएचएआई के अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग करने जा रहे हैं.
बीआर कौंडल ने कहा कि मंडी जिला के बल्ह में बगला के पास फोरलेन निर्माण कार्य में एनएचएआई के अधिकारियों ने दो होटल कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर लापरवाही बरती है. एनएचएआई की इस लापरवाही से अभी तक 63 परिवारों के आशियाने उजाड़ चुके हैं.
बीआर कौंडल ने कहा कि एनएचएआई के अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही की है. इस मामले की जांच होनी चाहिए. बगला के पास किरतपुर-मनाली फोरलेन को दो बड़े होटल कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए एनएचएआई के अधिकारियों ने रिहाइशी इलाके से निकाल दिया. इसके चलते 63 परिवारों के आशियाने उजड़ गए.
बीआर कौंडल ने कहा कि फोरलेन को खाली जगह से निकाला जा सकता था. जिससे न मकानों का अधिग्रहण होता और न ही लोगों को अरबों रूपये का मुआवजा देना पड़ता. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि एनएचएआई अधिकारियों और होटल कारोबारियों के खिलाफ जांच होनी चाहिए.