सुंदरनगर: उपमंडल सुंदरनगर के निहरी विकास खंड में सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे धरातल पर नजर नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसी खटारा एंबुलेंस भेज दी जो महज दो दिन चलने के बाद खड़ी हो गई. इसका कारण एंबुलेंस में पिछले कई दिनों से जगह-जगह पर आ रही कई खराबियां बताई जा रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजी गई ऐसी खटारा एंबुलेंस पर (Ambulance in Nihari development block) लोगों में खासी नाराजगी है. लोगों का कहना है कि निहरी में बीते दिनों कई सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं और कई गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं. एंबुलेंस सुविधा न होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए सुंदरनगर सिविल अस्पताल (Sundernagar Civil Hospital) से भेजी जाने वाली एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ता है. लंबे समय तक एंबुलेंस का इंतजार करने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति कई बार अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देता है.
निहरी क्षेत्र के निवासियों भेद राज, चंद्रमोहन, जगदीश, अक्षय कुमार, शिव कुमार, सोनू ठाकुर, प्रवीण गुप्ता, किशोरी लाल, नूरदास, खेम सिंह, तिलक राज, गोपाल पराशर व भागीरथ ने बताया कि बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग ने निहरी सीएचसी के लिए ऐसी एंबुलेंस भेज दी जो केवल दो दिन चलने के बाद ही खड़ी हो गई. उन्होंने बताया कि विभाग ने यहां की एंबुलेंस को गाड़ागुशैणी भेज दिया. जिसके स्थान पर नेरचौक मेडिकल कॉलेज से यहां के लिए पुरानी एंबुलेंस को भेज दिया गया. इसी एंबुलेंस और स्टाफ को 4 महीने के बाद छतरी भेज दिया गया. अगले तीन महीनों तक यहां पर न तो स्टाफ रहा और न ही एंबुलेंस.
अब जब 4 माह के बाद 108 एंबुलेंस को भेजा गया और वह भी 3 दिन के बाद खराब हो गई. एंबुलेंस और स्टाफ सुविधा (No ambulance and staff facility nihari) न मिलने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने मामले की जांच करवाने की बात कही है.
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