कुल्लू: दिवाली के त्योहार पर अपने घर की सोलर लाइट को निकाल कर जिला परिषद कुल्लू के अध्यक्ष पंकज परमार ने एक गरीब महिला का आशियाना रोशन किया. पंकज परमार ने पहाड़ी पर गुफा में अपना आशियाना बनाकर रह रही एक महिला से वादा किया था जिसे उन्होंने पूरा कर दिया है.
यह मामला आनी खण्ड की पलेही पंचायत के तांदी कुटल गांव का है. जहां आजादी के साढ़े सात दशकों बाद भी एक विधवा महिला भूमिहीन है और गांव से कुछ दूरी पर एक बड़ी चट्टान की ओट में एक कमरा बनाकर पिछले 4 दशकों से रहने को मजबूर है. बता दें कि यह पंचायत आनी विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक किशोरी लाल सागर और पूर्व में 7 बार विधायक रह चुके कांग्रेस के ईश्वर दास के गृह क्षेत्र में आती है. ऐसे में हैरानी इस बात की है कि किसी ने भी महिला की सुरक्षा को लेकर कोई प्रबंध नहीं किए.
महिला मंडल तांदी कुटल की प्रधान संगीता ने बताया कि साढ़े चार दशकों पहले छोटी उम्र में एक गढ़वाल या नेपाली मूल का लड़का यहां काम करने आया. जो यहीं रहा और महिला बिन्दरू देवी से करीब 43 वर्षों पहले विवाह रचाया. जिसके बाद इन्होंने इस चट्टान को ही अपना घर बना लिया था. बिन्दरू देवी ने दो बेटियों को भी यहीं जन्म दिया. करीब पांच साल पहले इनके पति का देहांत हो गया. बेटियों का किसी तरह से विवाह रचाया और अब अपनी मां का सारा खर्चा वहन करने का प्रयास वही दोनों करती हैं.
महिला मंडल प्रधान संगीता का कहना कि इस महिला का आशियाना अकेले में पहाड़ी की चट्टान के नीचे है, जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है. महिला को हर हाल में घर दिया जाना चाहिए. जिसको लेकर उन्होंने विधायक किशोरी लाल सागर, मंत्री महेंद्र ठाकुर को भी अवगत करवाया है लेकिन इस बात को अनसुना किया जा रहा है.
बीते दिनों पलेही गांव के मेले में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार के ध्यान में जब ये मामला लाया गया तो उस दौरान पंकज परमार ने वादा किया था की आचार संहिता लागू होने के कारण लाइट सेंक्शन न करवा पाए तो अपने घर की लाइट उखाड़कर बिन्दरू देवी का घर रोशन कर अपना वादा पूरा करेंगे और अब उन्होंने अपना वादा पूरा किया है. वहीं, जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार का कहना है कि उनकी प्राथमिकता बिन्दरू देवी को दो बिस्वा जमीन दिलवाने के बाद घर के निर्माण करवाने की है ताकि बिन्दरू देवी की बाकी की जिंदगी सुरक्षित व्यतीत हो सके.
ग्राम पंचायत पलेही के उपप्रधान यशपाल भारती का कहना है कि पिछले कार्यकाल के दौरान भी पंचायत प्रतिनिधियों ने बिन्दरू देवी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाना चाहा था लेकिन 2016 में एक आगजनी की घटना में पलेही पंचायत का रिकॉर्ड ध्वस्त हो गया था. फलस्वरूप महिला के करीब 14 साल पहले गुजरे पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र न मिल सका और मामला लटक गया. जबकि दो सालों से कोरोना के कारण कोई भी ऐसा काम नहीं हुआ, लेकिन अब उम्मीद है कि इस बार महिला का मकान सेंक्शन हो जाएगा.
वहीं, विधायक किशोरी लाल सागर का कहना है कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं लाया गया. अगर किसी ने जिक्र किया होता तो नियमानुसार इस विधवा महिला की मदद कर दी गयी होती. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही महिला को हर संभव मदद दिलवाने का प्रयास किया जाएगा.
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