कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के एसडीएम कार्यालय में बशकोला के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम विकास शुक्ला से मिला. इस दौरान पंचायत प्रधान गीता ठाकुर भी मौजूद रहीं. ग्रामीणों ने एसडीएम के समक्ष अपना पक्ष रखा कि बशकोला गांव से ही रानखड़ू गांव के लिए सड़क जा रही है, लेकिन यह सड़क गांव में बने मैदान से बनाई जा रही है. अगर सड़क को मैदान से होते हुए बनाया गया तो मैदान खराब हो जाएगा और यहां पर बच्चों को खेलने के लिए भी कोई स्थान नहीं मिलेगा.
ऐसे में उन्होंने रानखड़ू गांव के लोगों से आग्रह किया था कि वह मैदान के किनारे से (Bashkola-Rankhadu road issue) सड़क ले जाएं. वहीं, यहां से ले जाने में लोक निर्माण विभाग को भी कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन रानखड़ू के ग्रामीणों ने डीसी कुल्लू के समक्ष अपना पक्ष रखा था कि पंचायत की प्रधान अपनी मनमानी कर रही है जो कि गलत है.
पंचायत की प्रधान गीता ठाकुर का कहना है कि बशकोला गांव में एक ही मैदान है. जहां पर बच्चे शाम के समय खेलते हैं (Ground in Bashkola village) और लोग भी अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों का यहां आयोजन करते हैं. ऐसे में मैदान को नुकसान न हो इसके लिए सभी ग्रामीण यह चाहते हैं कि मैदान के किनारे से सड़क का निर्माण कार्य किया जाए.
वहीं, ग्रामीण बीजू का कहना है कि ग्रामीणों को सड़क निकालने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मैदान को बचाना भी जरूरी है. ऐसे में मैदान के किनारे से सड़क को निकाला जाना चाहिए. वहीं, एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला (SDM Kullu Vikas Shukla) ने भी ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी इस सबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे, ताकि रानखड़ू गांव के लोगों को भी सड़क की सुविधा मिल सके.
बता दें कि जिला कुल्लू की बशकोला-रानखड़ू सड़क का निर्माण कार्य पंद्रह वर्षों से पूरा नहीं हो पाया गया है. लोक निर्माण विभाग ने 15 साल पहले सर्वे अनुसार ट्रेस होकर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया था, लेकिन अब काम लटका हुआ है. गुरुवार को ही रानखड़ू के ग्रामीणों ने उपायुक्त कुल्लू को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उन्होंने बशकोला की प्रधान पर काम को रोकने के आरोप लगाए थे. ऐसे में अब बशकोला के ग्रामीणों और पंचायत प्रधान ने अपना पक्ष रखा है.
ये भी पढ़ें: नाहन में प्रधानमंत्री आवास योजना बनी वरदान, लोगों का अपना घर बनाने का सपना हो रहा साकार