शिमला के चौपाल में ढह गई 4 मंजिला इमारत
शिमला जिले के चौपाल बाजार में 4 मंजिला इमारत ढह (Building collapsed in Chopal) गई है. लगातार बारिश के बाद भूस्खलन (Landslide in shimla) होने से इमारत ढह गई. बताया जा रहा है कि इस इमारत में एक ढाबा, दो दुकानें और एक बैंक था. लगातार बारिश के कारण जमीन धंसने से ये हादसा हुआ है. हादसे में किसी जानी नुकसान की खबर नहीं है.
गांव की सेवा करने का सपना अधूरा रह गया सुनील का, सैंज बस हादसे गई थी जान
सैंज घाटी में हुए बस हादसे (Bus accident in Sainj Valley) में तुंग गांव का सुनील भी शामिल था. सुनिल आईटीआई सैंज का छात्र था (ITI Sainj student died) और वह जल शक्ति विभाग में फीटर बनकर गांव वासियों की सेवा करना चाहता था. सुनिल अपने घर पर एकलौता बेटा था. उस दिन भी सुलिन अपने घर से आईटीआई के लिए ही निकला था. लेकिन इस हादसे में उसकी जान चली गई. पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल के MBBS छात्र ने जयपुर में की आत्महत्या, रात को दोस्तों के साथ था अमन
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल के मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में एक थर्ड ईयर के स्टूडेंट ने आज सुबह फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली (Jaipur MBBS Student Suicide). एसएमएस थानाधिकारी नवरत्न धोलिया ने बताया कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज के कोठारी हॉस्टल में 2019 बैच के स्टूडेंट अमन ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है. मृतक एमबीबीएस थर्ड ईयर का छात्र था.
SUICIDE रोकने के लिए पद यात्रा: महाराष्ट्र का खुमेश बोला- बहन की आत्महत्या ने झंकझोर दिया
देश में बढ़ रहे आत्महत्याओं के मामलों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए महाराष्ट्र से 5 हजार किलोमीटर तक का सफर तय करने निकले खुमेश पाटिल शुक्रवार (Khumesh Patil of Maharashtra) को राजधानी शिमला पहुंचे. उन्होंने अभी तक 1,665 किलोमीटर का सफर तय कर लिया है. वह लगातार 23 दिनों से सफर करते हुए लोगों को मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्याओं को लेकर जागरुक कर रहे हैं.
OCD से पीड़ित है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मनोचिकित्सक से करवाएं अपना इलाज: मुकेश अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच चल रही जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले (Mukesh Agnihotri on CM Jairam Thakur) रही है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने एक बार फिर सीएम जयराम ठाकुर पर पलटवार किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री को ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर का मरीज बता डाला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अब हर वक्त मुकेश अग्निहोत्री ही दिखाई दे रहा है. वहीं मुख्यमंत्री की भाषा और शैली से हताशा और निराशा साफ नजर आ रही है. पढ़ें पूरी खबर...
चुनावी साल में कांग्रेस की खींचतान, अपनी-अपनी ढफली, अपना-अपना राग से होगा नुकसान
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) से पहले ही कांग्रेस में खींचतान जारी है. आलम ये है कि विधायक के लिए टिकट हो या फिर सीएम पद हर जगह पार्टी में मतभेद है. इतना ही नहीं इस समय कांग्रेस में सीएम पद के कई दावेदार हैं. इनमें नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू, आशा कुमारी शामिल हैं. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती गुटबाजी को थामना होगी.
मंडी जिले की बल्ह घाटी में प्रस्तावित ग्रीन फिल्ड एयरपोर्ट (Balh Airport of Mandi) के लिए चिन्हित जमीन पर पक्की बुर्जियां लगाने का कार्य शुरू हो गया है. अब होगा भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा. डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने कहा कि प्रथम चरण में 2800 मीटर का रनवे बनेगा.
11 जुलाई को मंडी दौरे पर सीएम जयराम, कांगणी में रखेंगे अनाज मंडी की आधारशिला
प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मंडी दौरे पर आ (CM Jairam Mandi tour) रहे हैं. राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर 10-11 जुलाई को मंडी के प्रवास पर रहेंगे. वे यहां 22वीं सब जूनियर नेशनल वुशू चैम्पियनशिप का शुभारंभ करेंगे. जबकि मुख्यमंत्री यहां 11 जुलाई को पहुंचेंगे और कांगड़ी में अनाज मंडी की आधारशिला रखेंगे. पढ़ें पूरी खबर...
देश के कई राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी से अब लोगों को राहत मिल गई है. देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून (Monsoon in india) अपनी दस्कत दे चुका है. बीते दिनों भी कई राज्यों में जमकर बारिश हुई. जबकि आज भी कई हिस्सों में बारिश के आसार हैं. वहीं, पहाड़ी राज्य हिमाचल की (Himachal Weather Update) बात की जाए तो प्रदेश में अभी बरिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पूरे प्रदेश में 12 जुलाई तक मौसम खराब रहने के आसार हैं.
धौलासिद्ध प्रोजेक्ट के अपस्ट्रीम डैम का शुभारंभ, SJVN के MD नंदलाल शर्मा ने ये कहा
एसजेवीएन के MD नंदलाल शर्मा ने धौलासिद्ध हाइड्रो प्रोजेक्ट (dhaulaasiddh haidro projekt) के अपस्ट्रीम डैम का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि 253 मीटर लंबी डायवर्जन टनल को साढ़े सात महीने की अवधि में पूर्ण किया गया है.
विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुका लसूड़े का पेड़ (Benefits of Lasoda) अब सात नहीं बल्कि दो साल में फल देना शुरू कर देगा. औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, नेरी के विशेषज्ञों ने ग्राफ्टिंग तकनीक के जरिए यह कमाल कर दिखाया है. विशेषज्ञों ने इसकी एक नई किस्म तैयार की है, जो सात की जगह दो साल में ही फल देना शुरू कर देगा.