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कुल्लू में टमाटर के दाम आसमान पर! 60 रुपये प्रति किलो पहुंची कीमत - टमाटर सेब से भी महंगा

कुल्लू में इन दिनों बहुत ही कम टमाटर मंडी में पहुंच रहा है. इसके चलते टमाटर की कीमत में उछाल आया है. जिला कुल्लू में 60 रुपये प्रति किलो तक लोगों को टमाटर खरीदना पड़ रहा है. जबकि सब्जी मंडियों में इन दिनों सेब 40 से 50 रुपये बेचा जा रहा है.

tomatoes price hike
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Published : Sep 18, 2020, 3:48 PM IST

कुल्लूः कोरोना के दौर में पिछले दो महीनों से चल रहे सेब सीजन में जहां सेब के दाम अब कम हो गए हैं. वहीं, रसोई का जायका बढ़ाने वाला टमाटर अब सेब से भी महंगा हो गया है. जिला कुल्लू में 60 रुपये प्रति किलो तक लोगों को टमाटर खरीदना पड़ रहा है. जबकि सब्जी मंडियों में इन दिनों सेब 40 से 50 रुपये बेचा जा रहा है.

टमाटर सेब से भी महंगा होने से हालांकि किसानों को फायदा मिल रहा है, लेकिन इस बार घाटी में टमाटर की फसल बीमारी की चपेट में आई है. अब बहुत ही कम टमाटर मंडी में पहुंच रहा है. कम टमाटर होने से इसके दाम बढ़ गए हैं. वहीं, स्थानीय सब्जी मंडी भुंतर, सब्जी मंडी बंदरोल की बात करें तो यहां पर टमाटर थोक में 45 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है.

वीडियो.

जबकि सब्जी की दुकानों में इन दिनों 40 रुपये प्रतिकिलो तक लोग खरीद रहे हैं. पिछले करीब दो सप्ताह से टमाटर के दाम बढ़े हुए हैं. ऐसे में आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों ने कहा कि इस बार जिस तरह से सेब के पौधों में कई बीमारियां लगी. उसी तरह टमाटर में बीमारी के चलते उत्पादन कम हुआ. अधिकतर फसल खराब होने के चलते किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि इन दिनों सब्जियों का सीजन समाप्त होने को है. अगर यह दाम दो महीना पहले होते तो किसानों को कोरोना में राहत मिलती.

व्यापारी अजय ठाकुर ने कहा कि सेब को टमाटर ने टक्कर दी है. थोक में टमाटर 45 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है. जबकि सेब सस्ता बिक रहा है. उन्होंने कहा कि दो सप्ताह बाद सीजन की रफ्तार धीमी हो जाएगी.

वहीं, जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रकाश कश्यप ने कहा कि कुल्लू जिले में टमाटर की खेती पर किसानों की रूचि साल दर साल बढ़ रही है. जिले में टमाटर की करीब दो हजार हेक्टेयर में पैदावार की जाती है. जबकि सेब करीब 27 हजार हेक्टेयर में लगाया गया है.

ये भी पढ़ें- मानसून सत्र: बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने सदन में उठाया सैंज घाटी के विस्थापितों का मुद्दा

ये भी पढ़ें- कुल्लू के हिमरी गांव में 16 साल के किशोर की गोली मारकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार

कुल्लूः कोरोना के दौर में पिछले दो महीनों से चल रहे सेब सीजन में जहां सेब के दाम अब कम हो गए हैं. वहीं, रसोई का जायका बढ़ाने वाला टमाटर अब सेब से भी महंगा हो गया है. जिला कुल्लू में 60 रुपये प्रति किलो तक लोगों को टमाटर खरीदना पड़ रहा है. जबकि सब्जी मंडियों में इन दिनों सेब 40 से 50 रुपये बेचा जा रहा है.

टमाटर सेब से भी महंगा होने से हालांकि किसानों को फायदा मिल रहा है, लेकिन इस बार घाटी में टमाटर की फसल बीमारी की चपेट में आई है. अब बहुत ही कम टमाटर मंडी में पहुंच रहा है. कम टमाटर होने से इसके दाम बढ़ गए हैं. वहीं, स्थानीय सब्जी मंडी भुंतर, सब्जी मंडी बंदरोल की बात करें तो यहां पर टमाटर थोक में 45 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है.

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जबकि सब्जी की दुकानों में इन दिनों 40 रुपये प्रतिकिलो तक लोग खरीद रहे हैं. पिछले करीब दो सप्ताह से टमाटर के दाम बढ़े हुए हैं. ऐसे में आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों ने कहा कि इस बार जिस तरह से सेब के पौधों में कई बीमारियां लगी. उसी तरह टमाटर में बीमारी के चलते उत्पादन कम हुआ. अधिकतर फसल खराब होने के चलते किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि इन दिनों सब्जियों का सीजन समाप्त होने को है. अगर यह दाम दो महीना पहले होते तो किसानों को कोरोना में राहत मिलती.

व्यापारी अजय ठाकुर ने कहा कि सेब को टमाटर ने टक्कर दी है. थोक में टमाटर 45 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है. जबकि सेब सस्ता बिक रहा है. उन्होंने कहा कि दो सप्ताह बाद सीजन की रफ्तार धीमी हो जाएगी.

वहीं, जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रकाश कश्यप ने कहा कि कुल्लू जिले में टमाटर की खेती पर किसानों की रूचि साल दर साल बढ़ रही है. जिले में टमाटर की करीब दो हजार हेक्टेयर में पैदावार की जाती है. जबकि सेब करीब 27 हजार हेक्टेयर में लगाया गया है.

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