कुल्लूः जिला कुल्लू से बाहरी मंडियों के लिए निकले सेब से भरे सैकड़ों ट्रक मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे बंद होने के चलते फंसे हुए हैं. वहीं, रविवार को भी मनाली-चंडीगढ़ सड़क मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया है.
जिला मंडी के तहत आने वाले दवाड़ा के पास पहाड़ी दरकने से मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पिछले 30 घंटों से बंद पड़ा हुआ है. ऐसे में ट्रकों समेत सेब की पेटियों से लदी करीब 200 गाड़ियां फंसी हुई हैं.
सेब की यह गाड़ियां कुल्लू जिले से देश की विभिन्न सब्जी मंडियों के लिए रवाना हुई थी, लेकिन भूस्खलन के चलते मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-3 शुक्रवार देर रात से बाधित चल रहा है.
जहां करीब पांच से 600 वाहन फंसे हैं. हाईवे के बंद होने का सबसे अधिक खमियाजा कुल्लू जिला के बागवानों को भुगतना पड़ रहा है. करोड़ों का सेब रास्ते में फंस जाने से बागवानों और व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
हालांकि रविवार दोपहर बाज तक नेशनल हाईवे के बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है. बागवानों की तरफ से भेजा गया सेब मंडियों में देरी से पहुंचने पर इसका असर सेब के दामों पर भी पड़ सकता है, जिसका बागवानों को नुकसान उठाना पड़ेगा.
वहीं, कुल्लू के बागवान एनएच के बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं. एनएच बाधित होने से कई बागवानों ने सेब का तुड़ान भी बंद कर दिया है.
एपीएमसी कुल्लू के सचिव सुशील गुलेरिया ने कहा कि कुल्लू जिले की विभिन्न मंडियों के साथ बागवानों ने अपने स्तर पर बाहरी राज्यों के लिए भेजा गया सेब दवाड़ा के पास तीन दिनों से फंसा हुआ है. जिसका बागवानों का काफी नुकसान हो सकता है.