कुल्लू: जिला के रामशिला से लेकर बदाह तक अब तेज गति से वाहन चलाने वालों की खैर नहीं, क्योंकि पुलिस ने पूरे कुल्लू शहर में उच्च तकनीक गुणवत्ता वाले कैमरे स्थापित कर दिए हैं. इन कैमरों की खास बात यह है कि जैसे ही कोई भी वाहन चालक ओवर स्पीड से वाहन सड़कों पर दौड़ता हुआ पाया गया, तो यह कैमरे तुरंत उस वाहन की फोटो खींच लेंगे और रिकॉर्ड में उसकी वाहन की गति को भी नोट किया जाएगा
पुलिस पूरे तथ्यों के साथ वाहन चालक का ओवरस्पीड का चालान काट सकेगी, हालांकि 15 दिनों तक कुल्लू पुलिस इस बारे में शहर में लोगों को जागरूक करेगी और 1 मार्च के बाद ओवरस्पीड सहित अन्य मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों के उल्लंघन करने पर चालान काटने शुरू किए जाएंगे.
एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि आईटीएमएस सिस्टम हिमाचल प्रदेश में पहली बार कुल्लू शहर में लगाया गया है. कुल्लू पुलिस ने 'मिशन जीरो' के अन्तर्गत कुल्लू शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए व यातायात नियमों की पालना को बढ़ाने के लिए इस सिस्टम की शुरुआत की है, जिसमें कुल्लू शहर के अंदर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर ट्रैफिक चालान एनपीआर सीसीटीवी कैमरे द्वारा किए जाएंगे.
बता देंम कि कैमरों द्वारा वाहन चालक की नंबर प्लेट को रीड करके चालक की ओर से किए गए ट्रैफिक वॉयलेशन को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो, उस दिन की तारीख व समय के साथ सीधे कंट्रोल रूम को जाएगी, जहां से चालान बनकर चालक के पते पर भेजा जाएगा, जिसको चालक कुल्लू पुलिस थाना, ट्रैफिक कंट्रोल रूम, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भुगतान कर सकते हैं.
सात दिन के अंदर भुगतान न करने पर चालान न्यायालय में भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक चालान में तकनीकी उपयोग से हुमन इंटरवेंशन को कम किया जा सकेगा जिससे चालान सिस्टम में पारदर्शिता और सरलता भी आयेगी. इस सिस्टम से बिगड़ैल चालकों की रैश ड्राइविंग, स्पीड बाइकिंग, बाइक स्टंट, हिट एंड रन व चेन स्नेचिंग जैसी घटनाएं सर्विलांस पर रहेगी.
इस सिस्टम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा चालान करना नहीं बल्कि लोगों में ट्रेफिक अनुशासन प्रेरित करना है. उन्होंने बताया कि शुरुआत के 15 दिनों में इस नए सिस्टम की जागरूकता के लिए इंटेंसिव कैंपेन चलाएं जाएंगे. ट्रेफिक वॉयलेशन जैसे ओवरस्पीडिंग, बिना हेलमेट व ट्रिपल राइडिंग, बिना सीटबेल्ट इत्यादि पर ज्यादा फोकस किया जाएगा. गौरव सिंह ने बताया कि कुल्लू शहर में बदह से रामशिला तक 40 की स्पीड से ज्यादा गाड़ी की स्पीड होने पर वॉयलेशन कैमरे द्वारा रिकॉर्ड हो जाएगा. इस क्षेत्र में जगह जगह पर स्पीड लिमिट के बोर्ड लगे हुए हैं.
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