कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां बाहरी राज्यों से छात्रों को लाया जा रहा है. वहीं, अब कुल्लू में रह रहे मजदूर भी अपने घर जाने के लिए प्रशासन के पास आवेदन करने में लगे हैं, लेकिन अब इन मजदूरों को घर जाने के लिए पैसे की कमी भी खल रही है.
कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर स्थित प्रशासनिक कार्यालय में कश्मीर के रहने वाले मजदूरों ने भी वापस घर जाने के लिए आवेदन किया है लेकिन इन मजदूरों के पास घर जाने के लिए अब पूरे पैसे भी नहीं हैं. हालांकि, प्रशासन ने बसों में इन्हें घर जाने की अनुमति दी है लेकिन बस का किराया अधिक होने के चलते यह मजदूर अब बेबस हो गए हैं.
ऐसे में यह मजदूर प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि या तो बस में अधिक लोगों को जाने की अनुमति दी जाए या फिर सरकारी बस के माध्यम से इन्हें भेजा जाए ताकि इनके पैसे की भी बचत हो सके. कुल्लू में रह रहे कश्मीर के मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान वे अपने घरों में ही कैद रहे. ऐसे में उन्होंने राशन के लिए पैसे खर्च कर दिए हैं.
वहीं, कुछ मजदूरों ने दुकानदारों से राशि उधार लिया है और अभी भी बिजली और पानी का बिल देना बकाया है. पैसे खत्म होने के चलते अब उनके लिए घर जाने की उम्मीद भी कम होती दिख रही है.
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वे कई सालों से कुल्लू में रह रहे हैं ऐसे में कर्फ्यू के दौरान कुछ मजदूरों के पैसे भी खत्म हो गए हैं तो वह कैसे आप अपने घरों की ओर वापस लौट जाएंगे. मजदूरों का कहना है कि सरकार को चाहिए कि या तो वे उनके लिए सरकारी बसों की व्यवस्था करें या फिर निजी बसों में अधिक लोगों को जाने की अनुमति दें ताकि जिन मजदूरों के पास पैसे खत्म हो गए हैं वह भी उनके साथ मिलकर अपने घरों तक पहुंच सके.
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