कुल्लू: दिल्ली से होते हुए कारगिल विजय ज्योति शनिवार को पर्यटन नगरी मनाली पहुंच गई है. इस दौरान पूरी पर्यटन नगरी भारत माता की जय के नारों से गूंज उठी. वन, परिवहन एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने विजय ज्योति लेकर पहुंचे सेना के जवानों का स्वागत किया.
इस मौके परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा वीर जवानों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. कारगिल युद्ध में देवभूमि के वीरों ने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया है. अटल बिहारी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान मनाली में कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है. यहां हजारों की संख्या में स्कूलों के विद्यार्थी व लोग एकत्रित हुए हैं. पर्यटन नगरी से रोहतांग दर्रा होते हुए कारगिल विजय ज्योति अब कारगिल पहुंचेगी.
आपको बता दें कि कारगिल युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश के 52 रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. कैप्टन विक्रम बत्रा और हवलदार संजय कुमार को सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था. इस युद्ध का टर्निंग प्वाइंट तोलोलिंग की चोटी को फतह करना था और इस चोटी को ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर के नेतृत्व में फतह किया गया था.