कुल्लू: वैश्विक कोरोना महामारी के इस मुश्किल दौर में जिनका कोई सहारा नहीं रहा है, कुल्लू की कार सेवा दल संस्था उनकी मदद के लिए आगे आई है. जिला कुल्लू की यह प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था बीते 10 सालों से गरीब, जरूरममंद और गरीब लोगों को घर-घर दवाइयां व अन्य जरूरत का सामान निशुल्क पहुंचा रही है. इसके अलावा संस्था की ओर से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के मरीजों को करीब 50 लीटर दूध भी हर दिन मुहैया करवा रही है.
कार सेवा दल कुल्लू के अध्यक्ष मनदीप डांग ने बताया कि जिला में गरीब लोगों की सेवा के लिए कार सेवा दल संस्था का गठन किया गया था. उस समय कुछ लोगों की मदद से छोटे से काम से समाज सेवा शुरू की गई थी, लेकिन आज यह समाज सेवा बड़े स्तर पर पहुंच गई है. गरीब तबके के लोगों को सबसे ज्यादा इसका फायदा मिल रहा है. संस्था के कार्य की शुरुआत कुल्लू अस्पताल से शुरू होती है. जहां पर भर्ती मरीजों को सुबह के समय दूध उपलब्ध करवाते हैं. इसके बाद मरीजों के साथ भी संवाद स्थापित किया जाता है और मरीज को दवाइयों सहित अन्य सामान की जरूरत हो. वह भी उन्हें तुरंत मुहैया करवाया जाता है.
मनदीप डांग ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से एक एंबुलेंस भी फ्री में मरीजों को रेफर करने के लिए अस्पताल में उपलब्ध रहती है और मरीज कभी भी उस एंबुलेंस सेवा का लाभ ले सकते हैं. कार सेवा दल संस्था हर माह करीब 40 गरीब परिवारों को घर द्वार पर राशन पहुंचा रही है. वहीं, 40 से अधिक मरीजों की दवाइयों का खर्चा भी संस्था के द्वारा उठाया जा रहा है. इसके अलावा 100 से अधिक बच्चों के लिए भुंतर और कुल्लू में निशुल्क ट्यूशन सेंटर भी चलाए गए हैं. जहां पर रोजाना मजदूरों के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
कोरोना काल में जहां गत वर्ष संस्था की ओर से झुग्गी-झोंपड़ी और अन्य गरीब लोगों को 200 किट राशन की वितरित की गई थी. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी करीब 35 परिवाराें को दो-दाे माह का राशन दिया था. एंबुलेंस में मरीजों को अस्पताल वाहन से फ्री लाने-ले जाने की सुविधा के अलावा अन्य विभिन्न समाजिक कार्य किए गए. वहीं, इस वर्ष संस्था की ओर से जरूरतमंद लोगों के लिए हेल्पलाइन सुविधा मुहैया करवाई गई है. इसके अलावा जिन लोगों के पास वाहन की सुविधा नहीं है उन्हें अस्पताल में वैक्सीन लगाने, उपचार के लिए भी अपने निजी वाहनों से सुविधा प्रदान की है. 11 सदस्यीय टीम दिन और रात हर समय लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहती है.
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के 124 नंबर कक्ष में संस्था की ओर से एक महिला और पुरूष हर समय अस्पताल में आने वाले गर्भवती, बुजुर्ग और बेसहारा लोगों की सहायता के लिए तैनात हैं, जो पर्ची बनाने, टेस्ट करवाने से लेकर उपचार करवाने में मदद करते हैं. संस्था अस्पताल में उपचाराधीन लोगों का परिवार की तरह ख्याल रखती है. अगर किसी बेसहारा की मौत हो जाए तो उनका अंतिम संस्कार भी पूरे विधि विधान से संस्था की ओर से ही करवाया जाता है. जरूरतमंद मरीजों के लिए वैसाखी, ऑक्सीजन सिलेंडर, रजाई, कंबल सहित अन्य चीजें भी अस्पताल में उपलब्ध करवाई जाती हैं. मनदीप डांग का कहना है कि जिलाभर में अन्य कई समाजसेवी लोग भी संस्था के साथ जुड़कर सहयोग कर रहे हैं.
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