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2 साल बाद धूमधाम से मनाया जाएगा International Kullu Dussehra, सांस्कृतिक संध्याओं का भी होगा आयोजन

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव इस बार धूमधाम से मनाया जाएगा. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय दशहरा पर्व-2022 के आयोजन को लेकर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि (International Kullu Dussehra Festival 2022) जिला प्रशासन, दशहरा उत्सव को मनाने के लिए अभी से तैयारियां करने में जुट जाए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक संध्याएं दो साल बाद आयोजित की जाएंगी. सभी संध्याएं आकर्षक और शानदार होनी चाहिए. पढ़ें बड़ी खबरें...

International Kullu Dussehra Festival
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव
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Published : Aug 5, 2022, 8:53 PM IST

कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव इस वर्ष 5 से 11 अक्तूबर तक मनाया जाएगा. यह जानकारी शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार कुल्लू में अंतरराष्ट्रीय दशहरा पर्व-2022 के आयोजन को लेकर बुलाई गई (International Kullu Dussehra Festival 2022) बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी. उन्होंने कहा कि बीते दो सालों तक दशहरा पर्व कोरोना महामारी के चलते केवल प्रतीकात्मक तौर पर ही मनाया जा सका, लेकिन इस बार दशहरा का आयोजन बड़े पैमाने पर और हर्षोल्लास के साथ किया जाएगा. इसे आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ा जाएगा.

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जिला प्रशासन से दशहरा उत्सव (Govind Thakur on Kullu Dussehra Festival) को मनाने के लिए अभी से तैयारियां में जुट जाने के आदेश दिए. इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को अलग-अलग समितियां गठित करने के लिये कहा. उन्होंने कहा कि ‘स्मारिका’ उत्सव की शान होती है जो उत्सव की स्मृतियों को संजोकर रखने का कार्य करती है. इसे एक नए स्वरूप में प्रकाशित किया जाएगा. स्मारिका में नवोदित लेखकों व इतिहासकारों के लेख शामिल किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक संध्याएं दो साल बाद आयोजित की जाएंगी. सभी संध्याएं आकर्षक और शानदार होनी चाहिए. अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद व दूतावासों के माध्यम से आमंत्रित करने के लिये अभी से पत्राचार करें.

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर

उन्होंने कहा कि मित्र देशों के कलाकारों को आमंत्रण भेजना (International Kullu Dussehra Festival 2022) सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि उत्सव में स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान करना उत्सव समिति का दायित्व है. इसके लिए स्थानीय कलाकारों की छंटनी का कार्य करने के लिये एक समिति का गठन किया जाए और ऑडिशन के माध्यम से ही कलाकार मंच पर जाएं. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम अच्छे स्तर के होने चाहिए. मंत्री ने कहा कि कुल्लू शहर में सड़कों, बिजली और पेयजल लाईनों की मरम्मत, सफाई व्यवस्था, ढालपुर मैदान और देवी-देवताओं के अस्थायी स्थलों के सौंदर्यीकरण के कार्य सितंबर में ही पूरे हो जाने चाहिए. उन्होंने बताया कि दशहरा उत्सव के लिए जिले के देवी-देवताओं को आयोजन समिति की ओर से निमंत्रण पत्र भेजे जाएं.

उन्होंने कहा कि (Govind Thakur on Kullu Dussehra Festival) देवी-देवता ही कुल्लू के दशहरा उत्सव की शान हैं. देवी-देवताओं और इनके साथ आने वाले देवलुओं को आयोजन समिति की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि इन सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. इसके लिए अलग से समिति का गठन किया जाए. मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि मेला स्थल पर प्लाट आवंटन 25 सितंबर से पूर्व आरंभ कर दिया जाएगा और आवंटन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी. मेला स्थल पर किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे.

अग्निशमन विभाग के मानकों के अनुसार ही दुकानें और अन्य स्टॉल लगाने की अनुमति प्रदान की जाएगी. सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला स्थल पर पर्याप्त कूड़ेदान और अस्थायी शौचालय स्थापित किए जाएंगे और नगर परिषद के माध्यम से अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात किए जाएंगे. सुरक्षा और यातायात प्रबंधों को लेकर जिला पुलिस एक व्यापक प्लान तैयार करेगी और शहर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे.

ये भी पढ़ें: Natural Farming In Himachal: रिटायरमेंट के बाद बालक राम ने अपनाई प्राकृतिक खेती की राह, कम खर्च में आय दोगुनी

कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव इस वर्ष 5 से 11 अक्तूबर तक मनाया जाएगा. यह जानकारी शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार कुल्लू में अंतरराष्ट्रीय दशहरा पर्व-2022 के आयोजन को लेकर बुलाई गई (International Kullu Dussehra Festival 2022) बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी. उन्होंने कहा कि बीते दो सालों तक दशहरा पर्व कोरोना महामारी के चलते केवल प्रतीकात्मक तौर पर ही मनाया जा सका, लेकिन इस बार दशहरा का आयोजन बड़े पैमाने पर और हर्षोल्लास के साथ किया जाएगा. इसे आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ा जाएगा.

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जिला प्रशासन से दशहरा उत्सव (Govind Thakur on Kullu Dussehra Festival) को मनाने के लिए अभी से तैयारियां में जुट जाने के आदेश दिए. इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को अलग-अलग समितियां गठित करने के लिये कहा. उन्होंने कहा कि ‘स्मारिका’ उत्सव की शान होती है जो उत्सव की स्मृतियों को संजोकर रखने का कार्य करती है. इसे एक नए स्वरूप में प्रकाशित किया जाएगा. स्मारिका में नवोदित लेखकों व इतिहासकारों के लेख शामिल किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक संध्याएं दो साल बाद आयोजित की जाएंगी. सभी संध्याएं आकर्षक और शानदार होनी चाहिए. अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद व दूतावासों के माध्यम से आमंत्रित करने के लिये अभी से पत्राचार करें.

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर

उन्होंने कहा कि मित्र देशों के कलाकारों को आमंत्रण भेजना (International Kullu Dussehra Festival 2022) सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि उत्सव में स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान करना उत्सव समिति का दायित्व है. इसके लिए स्थानीय कलाकारों की छंटनी का कार्य करने के लिये एक समिति का गठन किया जाए और ऑडिशन के माध्यम से ही कलाकार मंच पर जाएं. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम अच्छे स्तर के होने चाहिए. मंत्री ने कहा कि कुल्लू शहर में सड़कों, बिजली और पेयजल लाईनों की मरम्मत, सफाई व्यवस्था, ढालपुर मैदान और देवी-देवताओं के अस्थायी स्थलों के सौंदर्यीकरण के कार्य सितंबर में ही पूरे हो जाने चाहिए. उन्होंने बताया कि दशहरा उत्सव के लिए जिले के देवी-देवताओं को आयोजन समिति की ओर से निमंत्रण पत्र भेजे जाएं.

उन्होंने कहा कि (Govind Thakur on Kullu Dussehra Festival) देवी-देवता ही कुल्लू के दशहरा उत्सव की शान हैं. देवी-देवताओं और इनके साथ आने वाले देवलुओं को आयोजन समिति की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि इन सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. इसके लिए अलग से समिति का गठन किया जाए. मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि मेला स्थल पर प्लाट आवंटन 25 सितंबर से पूर्व आरंभ कर दिया जाएगा और आवंटन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी. मेला स्थल पर किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे.

अग्निशमन विभाग के मानकों के अनुसार ही दुकानें और अन्य स्टॉल लगाने की अनुमति प्रदान की जाएगी. सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला स्थल पर पर्याप्त कूड़ेदान और अस्थायी शौचालय स्थापित किए जाएंगे और नगर परिषद के माध्यम से अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात किए जाएंगे. सुरक्षा और यातायात प्रबंधों को लेकर जिला पुलिस एक व्यापक प्लान तैयार करेगी और शहर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे.

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