कुल्लू: भगवान रघुनाथ की नगरी कुल्लू में रंगों और आपसी भाईचारे का त्योहार होली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. वहीं, जिला कुल्लू के मनाली, पतली कुहल, भुंतर, मणिकर्ण सहित तीर्थन, बंजार में होली पर टोलियों में लोगों ने एक-दूसरे को खूब रंग-गुलाल लगाकर खुशियां मनाईं. कुल्लू शहर में ढालपुर, लोअर ढालपुर, सरवरी अखाड़ा सहित आसपास की सभी घाटियों में बच्चों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों ने देवी-देवताओं के मंदिर में होली के त्योहार पर प्राचीन परंपराओं का निर्वहन किया.
कुल्लू जिले में होली का त्योहार पूर्णमासी के दिन (Holi festival celebrated in Kullu) मनाया जाता है. कुल्लू जिले में लोगों ने दिनभर होली उत्सव पर आस पड़ोस, रिश्तेदारों व मित्रों के साथ उमंग व खुशियों का यह त्योहार धूमधाम से मनाया. पूरे देश में जहां होली का त्योहार कल मनाया जाएगा. वहीं, कुल्लू जिले में हर साल एक दिन पहले मनाया जाता है. होली के त्योहार पर शाम के समय फाग जलाई जाती है. स्थानीय निवासी दिनेश, किशन, रामकुमार ने कहा कि कुल्लू जिले में 2 दिनों तक होली का त्योहार मनाया जाता है. जिसमें सभी लोग एक दूसरे के घर-घर जाकर होली मनाते हैं.
उन्होंने कहा कि होलिका दहन पूर्णिमा के दिन होता है. उन्होंने (Kullu holi festival) बताया कि इस दिन सभी लोग टोलियों में अपने आस-पड़ोस के साथ एक-दूसरे को रंग लगाकर खुशियां मनाते हैं. होली का त्योहार नई उमंग, नए उत्साह के मनाया जाता है. सभी लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर, सभी तरह के मनमुटाव भुलाकर, एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं और मेले और त्योहार एक-दूसरे के जीवन में उत्साह और खुशियां लाते हैं.
ये भी पढ़ें- पंचायत चौकीदारों के लिए बनेगी नीति: सीएम जयराम ठाकुर