ETV Bharat / city

हिमाचल से टीबी को मिटाना है, माइनस तापमान में लाहौल स्पीति में लोगों को जागरूक कर रहे स्वास्थ्य कर्मी - लाहौल स्पीति में टीबी जागरूकता अभियान

लाहौल-स्पीति में टीबी को खत्म करने के लिए कर्मचारी बर्फ और कड़ाके की ठंड के बीच कार्य कर रहे हैं. बर्फबारी के बाद घाटी के कई संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है.

Eradiction of TB
माइनस तापमान में भी टीबी के खात्मे
author img

By

Published : Nov 27, 2019, 11:16 AM IST

लाहौल-स्पीति: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में टीबी को खत्म करने के लिए कर्मचारी बर्फ और कड़ाके की ठंड के बीच टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे हैं. शून्य से सात डिग्री तापमान के बीच स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घर-घर जाकर टीबी रोगियों की पहचान कर रहे हैं.

बता दें कि बर्फबारी के बाद घाटी के कई संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दुर्गम इलाकों के गांवों तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ रहा है. अभियान में कड़ाके की ठंड और यातायात सुविधा विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है.

Eradiction of TB
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर टीबी रोगियों की कर रहे हैं पहचान

हिमाचल के दूसरे हिस्सों से अलग इस जिले में विषम भौगोलिक पृष्ठभूमि और बर्फबारी के बीच टीबी मुक्त अभियान को पूरा करना आसान काम नहीं है. जिला में आशा वर्कर, हेल्थ वर्कर ठंड की परवाह न करके बर्फ के बीच पैदल चलकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं. लाहौल घाटी में अब तक करीब 7500 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है.

क्षयरोग विभाग के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सुखदीप नलवा ने बताया कि अभी तक की स्क्रीनिंग के दौरान लाहौल में 6 मरीजों में टीबी के पॉजिटिव लक्षण पाए गए है. इन मरीजों को एंटी टीबी डॉट्स में डाल कर उपचार शुरू कर दिया है. बर्फ से ड़के चंद्रा, तोद और मयाड़ घाटी में इस अभियान को अंजाम देने में स्वास्थ्य कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि यह अभियान 30 नवंबर तक जारी रहेगा.

स्वास्थ्य कर्मी प्रेम ने कहा कि बर्फबारी वाले इलाकों में सड़कें बंद होने के कारण स्क्रीनिंग के लिए लोगों तक पहुंचना भी एक चुनौती है. जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. जगदीश ने कहा कि बर्फबारी और माइनस तापमान में टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे स्वास्थ्य कर्मी ईमानदारी के साथ अपना काम कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा कार्यकर्ता सरकार की उपलब्धियां लोगों तक पहुचाएं: सीएम

लाहौल-स्पीति: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में टीबी को खत्म करने के लिए कर्मचारी बर्फ और कड़ाके की ठंड के बीच टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे हैं. शून्य से सात डिग्री तापमान के बीच स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घर-घर जाकर टीबी रोगियों की पहचान कर रहे हैं.

बता दें कि बर्फबारी के बाद घाटी के कई संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दुर्गम इलाकों के गांवों तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ रहा है. अभियान में कड़ाके की ठंड और यातायात सुविधा विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है.

Eradiction of TB
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर टीबी रोगियों की कर रहे हैं पहचान

हिमाचल के दूसरे हिस्सों से अलग इस जिले में विषम भौगोलिक पृष्ठभूमि और बर्फबारी के बीच टीबी मुक्त अभियान को पूरा करना आसान काम नहीं है. जिला में आशा वर्कर, हेल्थ वर्कर ठंड की परवाह न करके बर्फ के बीच पैदल चलकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं. लाहौल घाटी में अब तक करीब 7500 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है.

क्षयरोग विभाग के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सुखदीप नलवा ने बताया कि अभी तक की स्क्रीनिंग के दौरान लाहौल में 6 मरीजों में टीबी के पॉजिटिव लक्षण पाए गए है. इन मरीजों को एंटी टीबी डॉट्स में डाल कर उपचार शुरू कर दिया है. बर्फ से ड़के चंद्रा, तोद और मयाड़ घाटी में इस अभियान को अंजाम देने में स्वास्थ्य कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि यह अभियान 30 नवंबर तक जारी रहेगा.

स्वास्थ्य कर्मी प्रेम ने कहा कि बर्फबारी वाले इलाकों में सड़कें बंद होने के कारण स्क्रीनिंग के लिए लोगों तक पहुंचना भी एक चुनौती है. जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. जगदीश ने कहा कि बर्फबारी और माइनस तापमान में टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे स्वास्थ्य कर्मी ईमानदारी के साथ अपना काम कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा कार्यकर्ता सरकार की उपलब्धियां लोगों तक पहुचाएं: सीएम

Intro:माईनस तापमान में भी टीबी के खात्मे को डटे कर्मचारीBody:

जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में टीबी के खात्मे के लिए कर्मचारी बर्फ और कड़ाके की ठंड के बीच टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे हैं। शून्य से सात डिग्री तापमान के बीच स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घर-घर जाकर टीबी रोगियों की पहचान कर रहे हैं। हाल ही में हुई बर्फबारी के बाद घाटी के कई संपर्क मार्गों पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को दुर्गम इलाकों के गांवों तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ रहा है। अभियान में कड़ाके की ठंड और यातायात सुविधा सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। हिमाचल के दूसरे हिस्सों के विपरीत यहां की विषम भौगोलिक पृष्ठभूमि और बर्फबारी के बीच टीबी मुक्त अभियान को पूरा करना इतना आसान नहीं है।। लगााअतर हो रही बर्फबारी, प्रचंड ठंड के चलते लोगों का जहां घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। ऐसे मौसम में आशा वर्कर, हेल्थ वर्कर ठंड की परवाह किए बगैर बर्फ के बीच पैदल चलकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। लाहौल घाटी में अब तक करीब 7500 लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है। क्षयरोग विभाग के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सुखदीप नलवा ने खुलासा किया है कि अब तक के स्क्रीनिंग के दौरान लाहौल में 6 मरीजों में टीबी के पॉजिटिव लक्षण पाए गए हैं। इन मरीजों को एंटी टीबी डॉट्स में डाल कर उपचार शुरू कर दिया है। बर्फ से लकदक चंद्रा, तोद और मयाड़ घाटी में इस अभियान को अंजाम देने में स्वास्थ्य कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह अभियान 30 नवंबर तक जारी रहेगा। स्वास्थ्य कर्मी प्रेम ने कहा कि बर्फबारी वाले इलाकों में सड़कें बंद होने के कारण स्क्रीनिंग के लिए लोगों तक पहुंचना भी एक चुनौती है। Conclusion:जिला क्षयरोग अधिकारी डॉक्टर जगदीश ने कहा कि बर्फबारी और माइनस तापमान में टीबी उन्मूलन अभियान में जुटे स्वास्थ्य कर्मी ईमानदारी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.