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11 जुलाई को मेगा मॉक ड्रिल, DC कुल्लू ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अध्यक्ष डॉ. ऋचा वर्मा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों, नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके मेगा मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की.

मेगा मॉक ड्रिल के लिए बैठक
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Published : Jul 9, 2019, 1:49 PM IST

कुल्लू: आपदा से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी कैसी है इसके लिए प्रदेश भर में 11 जुलाई को मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इसी सिलसिले में उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अध्यक्ष डॉ. ऋचा वर्मा ने सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों, नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके मेगा मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की.

मेगा मॉक ड्रिल के लिए बैठक

बता दें कि कुल्लू में भी जिला आपदा प्रबंधन योजना बनाई गई है और इस योजना में समय-समय पर सुधार किया गया है. उपायुक्त ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा सभी उपमंडल मुख्यालयों में भी मॉक ड्रिल करवाई जाएगी और इस दौरान संभवतः भूकंप जैसी आपदा से निपटने तथा राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा.

भारत सीमा सड़क संगठन, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और एसएसबी के जवान भी इसमें भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि घनी आबादी वाले सार्वजनिक स्थलों पर राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा. मॉक ड्रिल के लिए विशेष रूप से पर्यवेक्षक भी तैनात किए जाएंगे जो कि राहत व बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रखेंगे और अपना फीडबैक देंगे.

कुल्लू: आपदा से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी कैसी है इसके लिए प्रदेश भर में 11 जुलाई को मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इसी सिलसिले में उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अध्यक्ष डॉ. ऋचा वर्मा ने सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों, नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके मेगा मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की.

मेगा मॉक ड्रिल के लिए बैठक

बता दें कि कुल्लू में भी जिला आपदा प्रबंधन योजना बनाई गई है और इस योजना में समय-समय पर सुधार किया गया है. उपायुक्त ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा सभी उपमंडल मुख्यालयों में भी मॉक ड्रिल करवाई जाएगी और इस दौरान संभवतः भूकंप जैसी आपदा से निपटने तथा राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा.

भारत सीमा सड़क संगठन, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और एसएसबी के जवान भी इसमें भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि घनी आबादी वाले सार्वजनिक स्थलों पर राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा. मॉक ड्रिल के लिए विशेष रूप से पर्यवेक्षक भी तैनात किए जाएंगे जो कि राहत व बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रखेंगे और अपना फीडबैक देंगे.

Intro:माॅक ड्रिल 11 को, तत्परता और समन्वय दिखाएं अधिकारी: डा. ऋचा वर्माBody:
किसी भी तरह की आपदा से निपटने की तैयारियों के आकलन और बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए जिला व उपमंडल स्तर पर एक प्रभावी तंत्र विकसित करने के उददेश्य से 11 जुलाई को प्रदेश भर में एक मेगा माॅक ड्रिल करवाई जा रही है। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अध्यक्ष डा. ऋचा वर्मा ने सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों, नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके मेगा माॅक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि माॅक ड्रिल के दौरान सभी विभागों के अधिकारी तत्परता और आपसी समन्वय के साथ राहत व बचाव कार्यों को अंजाम देने का अभ्यास करें। इसमें कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन को आम जनजीवन में शामिल करने, इसके लिए एक त्वरित व प्रभावी संस्थागत तंत्र विकसित करने, कमियों का पता लगाने, आपदा के समय उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग तथा आम लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए माॅक ड्रिल बहुत अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि कुल्लू में भी जिला आपदा प्रबंधन योजना बनाई गई है और इस योजना में समय-समय पर सुधार किया गया है। इसमें संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। माॅक ड्रिल के दौरान सभी विभागों के अधिकारी तत्परता और आपसी समन्वय दिखाएं तथा अपने-अपने विभागों में उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग करके राहत व बचाव कार्यों में योगदान दें।
उपायुक्त ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा सभी उपमंडल मुख्यालयों में भी माॅक ड्रिल करवाई जाएगी और इस दौरान संभवतः भूकंप जैसी आपदा से निपटने तथा राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा। भारत सीमा सड़क संगठन, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और एसएसबी के जवान भी इसमें भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि घनी आबादी वाले सार्वजनिक स्थलों पर राहत व बचाव कार्यों का अभ्यास किया जाएगा। माॅक ड्रिल के लिए विशेष रूप से पर्यवेक्षक भी तैनात किए जाएंगे जोकि राहत व बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रखेंगे तथा अपना फीडबैक देंगे।
Conclusion:उपायुक्त ने बताया कि 10 जुलाई को टेबल टाॅप एक्सरसाइज की जाएगी तथा मेगा माॅक ड्रिल के लिए विस्तृत रूपरेखा तय की जाएगी। 11 जुलाई को किसी भी समय सायरन बजते ही डीडीएमए और इससे संबंधित सभी अधिकारी जिला आपदा प्रबंधन योजना के अनुसार अपना-अपना कार्य आरंभ कर देंगे। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र में संक्षिप्त आपात बैठक के बाद आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा।
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