कुल्लू: जिले में साहसिक गतिविधियों को रोककर सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ भेदभाव कर रही है. जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में साहसिक गतिविधियां (adventure activities in Kullu) लगातार चली हुई है. ऐसे में अगर जल्दी ही जिला कुल्लू में साहसिक गतिविधियां शुरू नहीं की गई तो मजबूरन कांग्रेस को बेरोजगार युवाओं के साथ मिलकर सड़कों पर उतरना होगा. यह बात गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस के सचिव राजीव किमटा ने कही.
कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश सचिव राजीव किमटा ने कहा कि अदालत ने इस मामले में स्टे लगाया गया था और सभी अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे इस बारे पूरी रिपोर्ट तैयार कर जल्द से जल्द उन्हें सौंपे. उनका कहना है कि प्रदेश में अदालत के द्वारा इस मामले में स्टे लगाया गया है तो बीते दिनों एक बार फिर से बीड़ बिलिंग में हादसा कैसे हुआ. क्या यह कानून सिर्फ कुल्लू जिले के लिए ही है. जबकि बाकी जिलों में साहसिक गतिविधियां लगातार चली हुई हैं.
राजीव किमटा ने बताया कि जिला कुल्लू में 10 हजार से अधिक युवा बेरोजगार घरों में बैठे हुए हैं. पहले ही युवा कोरोना संकट की मार से उबर नहीं पाए हैं. ऐसे में एक बार फिर से इन गतिविधियों को बंद करना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजीव किमटा ने बताया कि जिला कुल्लू के पतलीकूहल में भी शिक्षा मंत्री के द्वारा निजी संस्था को भूमि अस्पताल बनाने के नाम पर दी जा रही है और अस्पताल बनाने के नाम पर भी लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है.
राजीव किमटा का कहना है कि वह अस्पताल किसी निजी संस्था का होगा और वहां पर इलाज मुफ्त करने के बाद भी झूठी है. अगर सरकार जिला कुल्लू के लोगों का भला चाहती है तो वहां पर निजी संस्था को अस्पताल ना देकर मेडिकल कॉलेज का निर्माण करें ताकि सभी लोगों को इसका एक बराबर फायदा मिल सके.
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