कुल्लू: जिला के रोहतांग दर्रा में करीब 120 सेंटीमीटर बर्फबारी होने से मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है. मार्ग को बहाल करने के लिए बीआरओ की टीम ने बर्फ हटाओं अभियान शुरू कर दिया है.
सूचना मिलते ही मनाली और लाहौल की तरफ से सीमा सड़क संगठन ने बर्फ हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगा दी हैं. जिससे बीआरओ की टीम बर्फ हटाते हुए दस किलोमीटर, जबकि मनाली की तरफ से सात किलोमीटर आगे तक पहुंच गई है. वहीं, मौसम खराब नहीं हुआ तो मनाली-लेह मार्ग को रविवार तक बहाल कर दिया जाएगा.
बर्फबारी से रोहतांग दर्रा बंद होने के चलते लाहौल स्पीति में फंसे कई लोगों को सीमा सड़क संगठन ने टनल से आवाजाही करने अनुमति नहीं दी है. ऐसे में रोहतांग दर्रा बहाल होने के बाद ही लोगों को राहत मिलेगी. इसके अलावा 48 घंटों तक लगातार बर्फबारी के बाद शनिवार को क्षेत्र में सूरज निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली.
बता दें कि पिछले दो दिनों से रोहतांग दर्रा, बारालाचा पास, कुंजुम में भारी बर्फबारी होने की वजह से मनाली लेह, मनाली काजा और लाहौल घाटी का संपर्क बाहरी दुनिया से कटा हुआ है. चंद्रा और तोद घाटी के संपर्क मार्ग भी यातायात के लिए ठप है. हालांकि बीआरओ ने मुस्तैदी दिखाते हुए शनिवार को घाटी के सभी मुख्य मार्ग से बर्फ हटाकर यातायात बहाल कर दिया है.
कोकसर पंचायत के पूर्व प्रधान अमरचंद ने बताया कि नवंबर महीने के पहले हफ्ते में हुई बर्फबारी से लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले सीजन में लोगों को सिंचाई और पेयजल आपूर्ति में कमी से जूझना पड़ेगा.