कुल्लू: लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश में चारों सीट लिए बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. हॉट सीट मंडी से टिकट पाने के लिए कई दिग्गज दिल्ली में डटे हुए थे, लेकिन हाईकमान ने एक बार फिर सांसद रामस्वरूप पर भरोसा जताते हुए उन्हें दोबाराटिकट दिया है.
सोमवार को भाजपा प्रत्याशी व सांसद रामस्वरूप ने पूर्व सांसद व विधायक रहे महेश्वर सिंह से मुलाकात की. हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है लेकिन सांसद रामस्वरूप को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद हुई यह मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
आपको बता दें कि मंडी लोकसभा सीट के लिए पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा और महेश्वर सिंह टिकट के दावेदार थे. इस लिए काफी समय से सभी दिल्ली पार्टी मुख्यालय में डटे हुए थे. वहीं, पंडित सुखराम अपने पोते समेत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और मंडी सीट से आश्रय का कांग्रेस से टिकट लगभग तय माना जा रहा है. वहीं, महेश्वर सिंह ने साफ कहा है कि पार्टी ने जिसे भी कैंडिडेट बनाया है वह सर्वमान्य है.
सुखराम के पासा पलटने के बाद मंडी संसदीय सीट के सारे समीकरण बदल दिए हैं. विधानसभा चुनाव के ऐन पहले जहां सुखराम परिवार ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा को अपनाया था वहीं लोकसभा चुनाव से पहले फिर से पंडित सुखराम कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. ऐसे में रामस्वरूप शर्मा की जीत की डगर आसान नहीं रहने वाली है.
कुल्लू पहुंचने के बाद रामस्वरूप सीधे महेश्वर सिंह से मिलने उनके घर गए. वहां, पहुंचने के बाद दोनों के बीच बातचीत का दौर चला. सियासी गलियारों में ऐसी भी चर्चाएं चल रही है कि रामस्वरूप अपनी जीत की दावेदारी पक्की करने के लिए पार्टी के दिग्गज नेताओं का सपोर्ट चाह रहे हैं. इस कड़ी में उन्होंने पूर्व सांसद महेश्वर सिंह से मुलाकात की है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि रामस्वरूप के कैंडिडेट बनाए जाने के लिए सीएम जयराम ठाकुर ने खुद पार्टी आलाकमान से सिफारिश की थी.