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भुंतर एयरपोर्ट अधिकारियों का कारनामा, कबाड़ के जुगाड़ से बना दी हैवी सेनिटाइजिंग मशीन - भुंतर एयरपोर्ट कु्ल्लू

भुंतर एयरपोर्ट में खराब पड़े कलपूर्जों को जोड़कर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने हैवी सेनिटाइजिंग मशीन का निर्माण किया है. इस मशीन के निर्माण में अधिकारियों को महज एक हजार रुपये खर्च करने पड़े हैं. अधिकारियों का दावा है कि इस मशीन के जरिए दो घंटे में पूरे एयरपोर्ट को सेनिटाइज किया जा सकता है.

bhunter airport officers make heavy sanitizer machine from junk
भूंतर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बनाई सेनिटाइर मशीन.
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Published : May 23, 2020, 3:59 PM IST

Updated : May 23, 2020, 10:00 PM IST

कुल्लू: देश मे कोरोना से बचने के लिए जहां कई चीजों का अविष्कार भी किया जा रहा है. तो वहीं, कुछ लोग कबाड़ से भी जुगाड़ बना रहे है. जिला कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डा में भी कुछ अधिकारियों ने कबाड़ के जुगाड़ से एक बड़ी सेनिटाइजर मशीन तैयार की है.

अधिकारियों का दावा है कि इस तरह की मशीन एयरपोर्ट में पहली बार बनाई है जो महज दो घंटे में पूरे परिसर को सेनिटाइजर कर सकती है. वहीं, देश के अन्य हवाई अड्डों के अधिकारी भी भुंतर हवाई अड्डा के अधिकारियों से प्रेरित होकर इस तरह की मशीन ईजाद करने की योजना बना रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

केंद्रीय विमानपत्तन उड्डयन मंत्रालय के देशभर में हवाई उड़ाने शुरू करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में एयरपोर्ट में आने जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भुंतर हवाई अड्डा अथॉरिटी ने भी स्वास्थ्य जांच हेतु काउंटर, हैंड्स फ्री सेनिटाइजर मशीनें स्थापित की है.

एक हजार रुपए में बन कर तैयार हुई मशीन

इसी क्रम में एयरपोर्ट के पूरे टर्मिनल बिल्डिंग, अग्निशमन बिल्डिंग, बिल्डिंग आदि को रोजाना डिसइनफेक्ट करने के लिए एक हैवी ड्यूटी पंपिंग मशीन बनाई है. हैरत की बात तो यह है कि बाजार में इस तरह की मशीन एक लाख से अधिक मूल्य की आती है. लेकिन तीन अधिकारियों ने एयरपोर्ट परिसर में पड़े कबाड़ के जुगाड़ से यह पूरी मशीन तैयार कर दी और इस मशीन को बनाने का खर्च भी सिर्फ एक हजार ही आया है.

मशीन से 25 फीट तक की जा सकती है फॉगिंग

भुंतर हवाई अड्डा में कार्यरत अधिकारी मनोज कुमार, आरपी श्रीवास्तव और एक अन्य अधिकारी की मदद से पंपिंग मशीन का निर्माण किया गया. इस मशीन के जरिए मिश्रण को 25 फीट तक फॉगिंग की जा सकती है. साथ ही इस मशीन के एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है.

तीसरी कोशिश में मिली सफलता

अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पहले मशीन बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन तीसरी कोशिश में उन्हें सफलता मिल गई. मशीन का सफल ट्रायल भी किया जा चुका है. हवाई सेवाएं शुरू होते ही भुंतर एयरपोर्ट को सेनिटाइज करने में इस मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि हवाई अड्डा परिसर को कोरोना मुक्त रखा जा सके.

अधिकारियों ने कर दिखाया कमाल

भुंतर हवाई अड्डा के निदेशक नीरज श्रीवास्तव का कहना है कि जब उन्हें उच्च अधिकारियों से निर्देश मिले कि वे भी इस तरह की मशीन को अपने हवाई अड्डा में रखें. बड़ी मशीन बाजार में मिल पानी मुश्किल थी. जिसके चलते उन्होंने अपने अधिकारियों को प्रोत्साहित किया और उसका नतीजा आज सबके सामने है. मशीन के निर्माण करने वाले सुरक्षा अधिकारी आरपी श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने कड़े प्रयासों से इस मशीन को इजाद किया है और कम खर्च में ही यह मशीन बनकर तैयार है.

दूसरे अधिकारी का कहना है कि इस मशीन के निर्माण में उन्होंने फालतू में पड़े कबाड़ को ही प्रयोग में लाया है, और मात्र एक हजार रुपये के मामूली खर्च में यह हैवी पंपिंग मशीन बनकर तैयार हो गई है.

एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पहली बार बनाई मशीन

हवाई अड्डा में कार्यरत इन अधिकारियों का दावा है कि देश में पहली बार एयरपोर्ट अथॉरिटी में इस तरह की मशीन बनकर तैयार हुई है. जो सौ लीटर घोल की क्षमता को स्प्रे करने में सक्षम है. वहीं, कबाड़ के जुगाड़ से बनी यह मशीन अब हर जगह चर्चा में है.

कुल्लू: देश मे कोरोना से बचने के लिए जहां कई चीजों का अविष्कार भी किया जा रहा है. तो वहीं, कुछ लोग कबाड़ से भी जुगाड़ बना रहे है. जिला कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डा में भी कुछ अधिकारियों ने कबाड़ के जुगाड़ से एक बड़ी सेनिटाइजर मशीन तैयार की है.

अधिकारियों का दावा है कि इस तरह की मशीन एयरपोर्ट में पहली बार बनाई है जो महज दो घंटे में पूरे परिसर को सेनिटाइजर कर सकती है. वहीं, देश के अन्य हवाई अड्डों के अधिकारी भी भुंतर हवाई अड्डा के अधिकारियों से प्रेरित होकर इस तरह की मशीन ईजाद करने की योजना बना रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

केंद्रीय विमानपत्तन उड्डयन मंत्रालय के देशभर में हवाई उड़ाने शुरू करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में एयरपोर्ट में आने जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भुंतर हवाई अड्डा अथॉरिटी ने भी स्वास्थ्य जांच हेतु काउंटर, हैंड्स फ्री सेनिटाइजर मशीनें स्थापित की है.

एक हजार रुपए में बन कर तैयार हुई मशीन

इसी क्रम में एयरपोर्ट के पूरे टर्मिनल बिल्डिंग, अग्निशमन बिल्डिंग, बिल्डिंग आदि को रोजाना डिसइनफेक्ट करने के लिए एक हैवी ड्यूटी पंपिंग मशीन बनाई है. हैरत की बात तो यह है कि बाजार में इस तरह की मशीन एक लाख से अधिक मूल्य की आती है. लेकिन तीन अधिकारियों ने एयरपोर्ट परिसर में पड़े कबाड़ के जुगाड़ से यह पूरी मशीन तैयार कर दी और इस मशीन को बनाने का खर्च भी सिर्फ एक हजार ही आया है.

मशीन से 25 फीट तक की जा सकती है फॉगिंग

भुंतर हवाई अड्डा में कार्यरत अधिकारी मनोज कुमार, आरपी श्रीवास्तव और एक अन्य अधिकारी की मदद से पंपिंग मशीन का निर्माण किया गया. इस मशीन के जरिए मिश्रण को 25 फीट तक फॉगिंग की जा सकती है. साथ ही इस मशीन के एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है.

तीसरी कोशिश में मिली सफलता

अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पहले मशीन बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन तीसरी कोशिश में उन्हें सफलता मिल गई. मशीन का सफल ट्रायल भी किया जा चुका है. हवाई सेवाएं शुरू होते ही भुंतर एयरपोर्ट को सेनिटाइज करने में इस मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि हवाई अड्डा परिसर को कोरोना मुक्त रखा जा सके.

अधिकारियों ने कर दिखाया कमाल

भुंतर हवाई अड्डा के निदेशक नीरज श्रीवास्तव का कहना है कि जब उन्हें उच्च अधिकारियों से निर्देश मिले कि वे भी इस तरह की मशीन को अपने हवाई अड्डा में रखें. बड़ी मशीन बाजार में मिल पानी मुश्किल थी. जिसके चलते उन्होंने अपने अधिकारियों को प्रोत्साहित किया और उसका नतीजा आज सबके सामने है. मशीन के निर्माण करने वाले सुरक्षा अधिकारी आरपी श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने कड़े प्रयासों से इस मशीन को इजाद किया है और कम खर्च में ही यह मशीन बनकर तैयार है.

दूसरे अधिकारी का कहना है कि इस मशीन के निर्माण में उन्होंने फालतू में पड़े कबाड़ को ही प्रयोग में लाया है, और मात्र एक हजार रुपये के मामूली खर्च में यह हैवी पंपिंग मशीन बनकर तैयार हो गई है.

एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पहली बार बनाई मशीन

हवाई अड्डा में कार्यरत इन अधिकारियों का दावा है कि देश में पहली बार एयरपोर्ट अथॉरिटी में इस तरह की मशीन बनकर तैयार हुई है. जो सौ लीटर घोल की क्षमता को स्प्रे करने में सक्षम है. वहीं, कबाड़ के जुगाड़ से बनी यह मशीन अब हर जगह चर्चा में है.

Last Updated : May 23, 2020, 10:00 PM IST
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