कुल्लू: चार हजार करोड़ की लागत से तैयार हो रही रोहतांग टनल के द्वार एक बार फिर लोगों के लिए खोल दिए गए हैं. बुधवार को करीब 544 लोगों ने टनल से आवाजाही की है.
स्टूडेंट्स की मांग पर HPU ने बढ़ाई पीजी कोर्सिस में प्रवेश की तिथि, अब इस दिन तक भर सकते हैं फॉर्म
बता दें कि लोकसभा चुनाव की वजह से चुनाव आयोग ने एमओडी(मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस) से विशेष आग्रह किया है कि चुनाव से पहले लाहौल-स्पीति में फंसे लोगों को रोहतांग टनल के माध्यम से लाहौल पहुंचाया जाए. अनुमति मिलने के बाद रोहतांग टनल से लाहौल घाटी के लोग करीब पांच माह बाद अपने घर पहुंचे, तो वहीं कुछ लोग घाटी से बाहर भी आए. इसके अलावा एचआरटीसी की छह बसों को कुल्लू से धुंधी के बीच चलाया गया.
गौर रहे है कि रोहतांग टनल से लोगों की आवाजाही को लेकर लाहौल-स्पीति प्रशासन बीआरओ के साथ अपना बेहतर तालमेल बिठाते हुए सुरंग से लोगों को आर-पार करवा रहा है. वहीं, प्रशासन का कहना है कि रोहतांग टनल से लोगों की आवाजाही को लेकर बीआरओ को पहले ही लोगों के नामों की सूची सौंपी गई है.
ये भी पढ़ें: 2 मई को BJP प्रत्याशी यहां करेंगे प्रचार, CM जयराम यहां रहेंगे उपस्थित
लाहुल-स्पीति उपायुक्त अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि बुधवार को कुल्लू से लाहुल की तरफ 372 और लाहुल से कुल्लू की तरफ 172 लोग टनल के माध्यम से आए हैं. उन्होंने बताया कि 544 लोगों को सुरंग से आरपार करवाने में प्रशासन सफल रहा और एचआरटीसी के केलांग डिपो की बसों के माध्यम से लोगों को टनल के दोनों छोरों पर पहुंचाया गया.