कुल्लू: संत निरंकारी भवन (Sant Nirankari building) गांधी नगर कुल्लू (Gandhi nagar of Kullu) में शनिवार को संत निरंकारी रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का आयोजन हुआ. इस शिविर में 18 ब्रांचों के संत निरंकारी लोगों ने भाग लिया. शिविर नें करीब 50 लोगों ने रक्तदान (50 People Blood Donate) किया. संत निरंकारी के जोनल इंचार्ज (Zonal Incharge of sant nirankari) आरके अभिलाषी मुख्यातिथि रहे.
इस मौके पर आरके अभिलाषी ने कहा कि रक्तदान महादान होता है. इसलिए सभी लोगों और संस्थाओं को इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए ताकि हम दूसरों की जिंदगी बचाने के काम आ सकें. उन्होंने रक्तदान शिविर में सम्मिलित होने वाले रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया और जनकल्याण के लिए की गई उनकी सच्ची सेवा की प्रशंसा भी की.
उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा पहला रक्तदान शिविर (First Blood Donation Camp) का आयोजन दिल्ली में 1986 में निरंकारी संत समागम (Nirankari Sant Samagam) के अवसर पर किया गया था. इस शिविर का बाबा हरदेव सिंह (Baba Hardev Singh) ने उद्घाटन किया और मानवता को यह संदेश दिया कि ‘रक्त नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए.
आरके अभिलाषी ने कहा कि संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) के सेवादार इस संदेश को चरितार्थ करते हुए दिन-रात मानवमात्र की सेवा में तत्पर है. विशेष रूप में कोरोना महामारी की विषम परिस्थिति मेें भी जनकल्याण के लिए निःस्वार्थ भाव से सेवाएं की जा रही हैं, जो निरंतर जारी है. संत निरंकारी मिशन जनहित की भलाई के लिए समय-समय पर सेवाएं कर रहा है. जिससे समाज का समुचित विकास हो सके. इस अवसर पर संत निरंकारी के क्षेत्रीय संचालक संतराम और कुल्लू के संयोजक बीआर रवि विशेष रूप से उपस्थित रहे.
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