कुल्लू/लाहौल स्पीति: जिला लाहौल स्पीति में बर्फ की आड़ में डीसी, एसपी, सिंचाई और जन स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों सहित 187 अधिकारी और कर्मचारी घाटी से नदारद हैं. जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कुछ कर्मचारी आवश्यक कार्यों की वजह से तो कुछ मेडिकल या किसी तरह का बहाना बनाकर घाटी से बाहर हैं. लगभग 80 फीसदी ऐसे अधिकारी और कर्मचारी हैं जो बिना कारण घाटी से बाहर हैं. घाटी के लोगों में इस बात की भी चर्चा है कि लाहौल के दो प्रशासनिक अधिकारी ऐसे हैं, जो एक अधिकारी घाटी से बाहर निकलता है तो दूसरा जिम्मेदारी संभालता है, लेकिन उनके चले जाने से भी लोगों में रोष है.
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लोगों ने सरकार से मांग की है कि जो अधिकारी और कर्मचारी लंबे समय से लाहौल घाटी के बाहर हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. घाटी के कुछ विभागों में इस समय आधा स्टाफ दफ्तरों से गायब है, जिससे लोगों को अपने कामकाज निपटाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय निवासी राम सिंह ने कहा कि कई अधिकारी व कर्मचारी ऐसे हैं, जो बर्फ की आड़ में कुछ दिन के लिए छुट्टी लेकर बाहर गए हैं. जिससे लोगों को अपना काम करवाने के लिए परेशानी होती है.
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कुल्लू उड़ान समिति के कार्यालय में वर्तमान में कुल्लू से लाहौल जाने के लिए कुल 18 जनवरी तक 448 यात्रियों के आवेदन हैं. जिसमें 187 अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं.
कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि बिना छुट्टी और बिना कारण गायब रहने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जाएगा. उन्होंने जनता के कार्यों में व्यवधान पर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के आदेश भी दिए हैं.