कुल्लू: जिला कुल्लू के मौहल में बंद हो चुके गारबेज प्लांट से अब नगर परिषद कूड़े को हटाने जा रही है. नगर परिषद कुल्लू ने अब कूड़ा हटाने के लिए सरकार से भी अनुदान की मांग की है, ताकि वहां पर पड़ा करीब 18 हजार टन कूड़ा हटाया जा सके और इस जगह को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके. नगर परिषद कुल्लू ने अब इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है.
नगर परिषद ने शहरी विकास विभाग और प्रशासन से मांगा अनुदान
करीब तीन साल पहले एनजीटी के आदेश के बाद यहां पर डंपिंग साइट बंद हो गई थी, लेकिन कचरे को नगर परिषद यहां से नहीं हटा पाई. एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी कई बार नगर परिषद को कचरा हटाने के लिए कहा है, लेकिन बजट न होने के चलते कूड़ा यहां से नहीं उठाया जा सका. कूड़ा संयंत्र में पड़े कचरे को हटाने के लिए नगर परिषद ने शहरी विकास विभाग और प्रशासन से अनुदान मांगा है.
टेंडर किए जाएंगे जारी
अनुदान मिलने की सूरत में नगर परिषद की ओर से यहां से कचरा हटाने के लिए टेंडर जारी जाएंगे. इसको लेकर नगर परिषद ने यह भी साफ किया है कि अगर अनुदान नहीं मिलता तो एनजीटी अपने स्तर पर टेंडर कर यहां से कचरा हटाने का इंतजाम करे, जिससे पिरड़ी के कूड़ा संयंत्र में पड़े हजारों टन कचरे को साफ किया जा सके.
नगर परिषद कुल्लू के ईओ बीआर नेगी ने कहा कि पिरड़ी कूड़ा संयंत्र में डंप पड़े कचरे को हटाने के लिए शहरी विकास विभाग और प्रशासन से अनुदान मांगा है. जिससे डंपिंग साइट में पड़े कचरे को हटाया जा सके.
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