हमीरपुर: जिला हमीरपुर में सफाई व्यवस्था के नाम पर बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर परिषद हमीरपुर में डोर टू डोर सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाले एक ठेकेदार के सफाई कर्मचारियों ने शहर से मरे हुए कुत्ते को उठाकर कूड़ा संयंत्र प्लांट बजूरी के नजदीक एक घासनी में फेंक दिया.
ठेकेदार के सफाई कर्मचारियों की इस कारगुजारी से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को कूड़ा संयंत्र के लिए कूड़ा ले जा गाड़ियों को रोक दिया और मौके पर प्रदर्शन भी किया. लोगों को शांत करने के लिए पुलिस मौके पर भेजनी पड़ी. स्थानीय लोगों का कहना है कि घासनी में महिला घास काट रही थी और अचानक ही मरा हुआ कुत्ता उसके बगल में फेंक दिया गया.
ग्रामीणों ने कहा कि सफाई कर्मचारियों ने बिना देखे ही कुत्ते को खुले में फेंक दिया. स्थानीय ग्रामीण लीला देवी ने कहा कि वह घासनी में घास काट रही थी कि अचानक किसी ने वहां पर मरा हुआ कुत्ता फेंक दिया. इसके बाद कुछ लोगों की मदद से इस कुत्ते को उठाया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्या आए दिन लोगों को पेश आ रही है लेकिन नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन लोगों की कोई सुध नहीं ले रहा है.
स्थानीय निवासी मनोज कुमार का कहना है कि पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं. उनका पेयजल भी दूषित हो चुका है. इसके अलावा खेती भी बर्बाद हो रही है. उन्होंने कहा कि अधिकारी बहाना लगाते हैं कि वह बीमार हैं और हर बार इस तरह की घटनाएं पेश आती हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि जब इस तरह की कोई घटना पेश आती है तो अधिकारी बीमारी का बहाना लगा देते हैं. हालात ऐसे हैं कि मजबूर होकर ग्रामीणों को प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं. इन समस्याओं को लेकर प्रशासन कोई सुध नहीं लेता है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद ठेकेदार बेलगाम होकर कार्य कर रहे हैं, लेकिन खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
नगर परिषद हमीरपुर के कार्यकारी अधिकारी किशोरी लाल ठाकुर ने कहा कि उनकी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी जिस वजह से वह मौके पर नहीं गए लेकिन सफाई इंचार्ज मौके पर भेजे गए थे. उन्होंने कहा कि ठेकेदार से इस बारे में जवाब मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग यहां पर बेवजह बार-बार सरकारी कार्य में बाधा डाल रहे हैं जिस वजह से पुलिस भी मौके पर भेजी गई थी.