हमीरपुर : विश्वभर कोरोना महामारी से जूझ रहा है, जिससे प्रदेश भी अछूता नहीं है. जहां अनेक संस्थाए सरकार और जरूरतमंद की मदद के लिए आगे आ रही हैं तो प्रदेश के दिव्यांगो ने भी सरकार की मदद के लिए आगे आकर एक अनोखी पहल की है. जिसमें सभी दिव्यांगों से 100 रुपये अपनी पेंशन से और जो लोग सरकारी नौकरी कर रहें है 1000 रुपये का अंशदान करने की अपील की है. उन्हेंने कहा कि हमें इस संकट की घड़ी में सरकार की मदद करनी चाहिए.
शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष रोशन लाल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिव्यांग जनों से कहा कि सरकार हम सबके लिए इतना कुछ कर रही है. जनता को राशन, गरीब व दिव्यांगों को पेंशन इत्यादि समय में पर दे रही है, तो उनका व सभी दिव्यांगों का भी फर्ज बनता है कि कोरोना जैसी महामारी से प्रदेश को उभरने में सभी अपना-अपना योगदान दें.
जब दिव्यांग जनों की तीन माह के बाद पेंशन डाली जाती हैं तो, सभी दिव्यांग मात्र ₹100 मुख्यमंत्री सहायता कोष में डालकर अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि जो दिव्यांग लोग सरकारी नौकरी में लगे हैं, वह भी अपनी तनख्वाह से ₹1000 का अंशदान करें. उन्होंने कहा कि दिव्यांग जो भी लोग सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हो चुके हैं वे अपनी पेंशन से ₹1000 मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवाएं.
क्योंकि 1992 से पहले किसी भी दिव्यांग को नौकरी नहीं मिलती थी. 1992 में महामहिम गवर्नर ने सभी दफ्तरों में दिव्यांगों की नौकरियों के लिए आरक्षण करवाया था. उन्होंने कहा कि हमारे ₹100 से पता नहीं कितने लाचार आदमियों का भला होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 60-70 हजार दिव्यांग हैं और बूंद-बूंद से घड़ा भरता है, यदि हम सब इस संकट के समय सरकार के योजनाओं को साकार करेंगे और कोरोना जैसी महामारी में लड़ रहे योद्धाओं के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं, तो सभी मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना योगदान दें.इस मौके पर शशिकांत जिला मुख्य सलाहकार हमीरपुर, रामलाल जिला सचिव हमीरपुर भी उपस्थित रहे.