हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश दशकों के बाद पहली दफा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बिना पहली दफा कांग्रेस विधानसभा चुनावों में उतरेगी. कांग्रेस के साथ ही सुक्खू के लिए भी दिवंगत हो चुके कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह के समर्थकों का साथ जरूरी है. बेशक कांग्रेस हाईकमान ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए फील्डिंग सेट कर ली है, लेकिन इस नेता इस फील्डिंग में कितने फिट बैठेंगे यह तो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का स्कोर ही तय करेगा. हमीरपुर जिले पर खासा फोक्स कांग्रेस का देखने को मिला है.
हमीरपुर जिले के नादौन से ताल्लुक रखने वाले हिमाचल कांग्रेस के दो बार के अध्यक्ष रहे नादौन विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू को महत्वपूर्ण जिम्मा आगामी चुनावों के लिए मिला है. कांग्रेस के साथ ही सुक्खू के लिए भी वीरभद्र समर्थकों को एक साथ लेकर चलना चुनौती होगी, हालांकि अभी तक सुक्खू इन प्रयासों में दिखे है कि वीरभद्र सिंह के कुनबे को साथ लेकर चलें.
साथ दिखी है सुक्खू, राणा और लखनपाल की तिकड़ी, दोनों रहे है वीरभ्रद के करीबी: प्रदेश कांग्रेस में हुए बड़े फेरबदल में हमीरपुर जिले पर खासा फोक्स कांग्रेस हाईकमान का रहा है. इस फोक्स के कई मायने हैं. प्रदेश में हमीरपुर को पिछले तीन दशक से भाजपा की मजबूत कड़ी माना जाता रहा है. ऐसे में इस जिले को कांग्रेस अपना पावर सेंटर बनाने के प्रयास में है.
प्रदेश कांग्रेस में चुनावों की नजर से हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाकर महज सुक्खू को अहम जिम्मा नहीं दिया गया है बल्कि सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा को कार्यकारी अध्यक्ष और बड़सर विधायक इंद्र दत लखनपाल को वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाकर तीनों नेताओं को सियासी कद बढ़ाने का प्रयास किया गया है. ऐसे में अब पार्टी हाईकमान के साथ ही विपक्षी दलों की भी इस तिकड़ी पर निगाहें हैं. राणा और लखनपाल वीरभद्र सिंह के खासे करीबी माने जाते रहे हैं लेकिन दोनों ही अब फिलहाल सुक्खू के साथ नजर आ रहे हैं.
प्रदेशभर में वीरभद्र के सर्मथकों का कुनबा, हमीरपुर में साथ जरूरी: बेशक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह दिवंगत हो गए हैं, लेकिन उनके समर्थकों को अनदेखा नहीं किया जा सकता है इसकी बानकी प्रदेश कांग्रेस में हाल ही में हुए फेरबदल में देखने को खूब मिली है. वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है वहीं उन नेताओं को तवज्जों दी गई है जो आम परिवारों से उठे और उनकी संगठन के उपर भी पकड़ है. कांग्रेस में अहम जिम्मा मिलने के बाद प्रदेशभर के कोने-कोने में मौजूद वीरभद्र सिंह के समर्थकों को साथ जोड़ने का प्रयास अब सुक्खू के लिए जरूरी है. यह प्रयास हमीरपुर जिला और गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में अनिवार्य होंगे.
वीरभद्र सिंह समर्थकों की अनदेखी पर क्या बोले लखनपाल: बड़सर के कांग्रेसी विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्र दत लखनपाल का कहना है कि सुक्खू सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास कर रहे है. पिछले दिनों नादौन में वीरभद्र सिंह के निजी सचिव रहे ओंकार सिंह की पत्नी सुमन ठाकुर द्वारा सार्वजनिक तौर पर मंच पर आकर नाराजगी जताने के घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि ऐसा भी संभव नहीं होता है कि सभी कार्यकर्ता का नाम मंच से लिया जा सके. कार्यकर्ताओं को भी संयम बरतना चाहिए. उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस चुनाप प्रचार समिति अध्यक्ष सुक्खू, कार्यकारी अध्यक्ष राणा और वह खुद जिला कांग्रेस कमेटी के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं. सभी कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चलने का प्रयास किया जा रहा है.