हमीरपुर: जिला में पिछले कई दिनों से निजी बसों के पहिए थमे हुए हैं. मांगे पूरी ना होने के कारण निजी बस ऑपरेटरों ने जिला में बसें नहीं चलाई है. इसके चलते लोकल बस रूट पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, कुछ एक बस रूट ऐसे हैं, जहां पर एचआरटीसी बसों को सवारियां ही नहीं मिल रही हैं.
इस लेकर यात्रियों का कहना है कि लोकल बस रूट पर वाहन न मिलने से उन्हें दिक्कत पेश आ रही हैं. वहीं, एचआरटीसी कर्मचारियों का कहना है कि कुछ एक रूट पर सवारियां मिल रही हैं तो कुछ एक रूट पर बसें बिना सवारियों के ही दौड़ रही हैं, जिससे परिवहन निगम को भी घाटा उठाना पड़ रहा है.
वहीं, बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों ने कहा कि उन्हें अपने घर जाने के लिए बसें नहीं मिल पा रहीं है. बसों का घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. डिडवीं टिक्कर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे दुर्गा दत्त ने कहा कि पिछले 2 घंटे से वह बस का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह अस्पताल में अपने रिश्तेदार से मिलने आए थे.
वहीं, दूसरी यात्री ऊषा ने कहा कि वह एक बस में बैठी थी, लेकिन उस बस में सवारियां अधिक होने के कारण उन्हें परिचालक ने उतार दिया. वहीं, नादौन रंगस हमीरपुर बस रूट के परिचालक संजय कुमार ने कहा कि कुछ दिन पहले सवारियां नहीं मिल रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे लोगों ने बसों में सफर करना शुरू कर दिया है.
इस बारे में हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम डिपो हमीरपुर के आरएम विवेक लखनपाल ने कहा कि पहले की तरह ही जिला में 35 लोकल बस रूट चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा 6 बस रूट जिला के बाहर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ एक बस रूट पर सवारी क्षमता के अनुसार मिल रही है, जबकि कुछ बस रूट में सवारियां कम ही मिल रही हैं.
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