हमीरपुर: यातायात और बढ़ते वाहनों के दबाव के चलते हमीरपुर जिला में पार्किंग की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है. हालात यह है कि लंबे अरसे बाद भी शहर में पार्किंग की माकूल व्यवस्था नहीं हो सकी है. वर्ष 2007 से डीसी कार्यालय के सामने बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है जो करीब डेढ़ दशक बाद भी अधर में लटका हुआ है.
बता दें कि धूमल सरकार के कार्यकाल में शहर के मध्य डीसी कार्यालय के सामने बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण शुरू हुआ था. लेकिन बजट की कमी से बरसों बाद भी यह प्रोजेक्ट अधर में ही लटका हुआ है. भाजपा की धूमल सरकार के बाद कांग्रेस की वीरभद्र सरकार भी प्रदेश की सत्ता से रुखसत हो गई लेकिन अभी तक पार्किंग निर्माण की दिशा में कोई व्यापक कदम नहीं उठाया गया है.
बजट की कमी का हवाला देकर बेहद ही महत्वपूर्ण और लोगों की सुविधा से जुड़े हुए इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. अब जयराम सरकार को लगभग डेढ़ वर्ष सत्ता में आए बीत गया है लेकिन हमीरपुर की पार्किंग की समस्या जस की तस बनी हुई है.
हर बार चुनावों में पार्किंग की समस्या मुद्दा बनती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद नेता और सरकार लोगों के परेशानी को भूल जाते हैं. ईटीवी भारत के संवाददाता ने पार्किंग की समस्या को लेकर स्थानीय लोगों से बातचीत की. लोगों का दावा है कि हर बार समस्या के समाधान का वादा तो किया जाता है लेकिन बरसों बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है.