हमीरपुर: हमीरपुर डाक विभाग की कथित लापरवाही का मामला (Negligence of Hamirpur Postal Department) सामने आया है. जिले के भटेड़ गांव निवासी अभ्यर्थी को सरकारी नौकरी के टेस्ट के लिए विभाग की ओर भेजा गया पत्र परीक्षा से महज दो घंटे मिला है. यह टेस्ट विकास खंड रैत में चालक पद के लिए लिया जाना था, लेकिन समय से डाक विभाग की तरफ से काॅल लेटर न मिलने की वजह से अभ्यर्थी विशाल टेस्ट देने से वंचित रह गया.
युवक का कहना है कि, 16 अगस्त को संबंधित विभाग की तरफ से उसे काॅल लेटर टेस्ट के लिए भेजा गया था, लेकिन यह 25 अगस्त को मिला. 25 अगस्त को विकास खंड रैत में यह टेस्ट था. एक बजे रैत में दैनिक भोगी चालक के टेस्ट के पहुंचना था, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण वह टेस्ट नहीं हो पाया है. मामले में अब अभ्यर्थी ने नौकरी का मौका हाथ से जाने के कारण अब कोर्ट जाने का मन भी बना लिया है.
युवक ने दैनिक भोगी आधार पर विकास खंड रैत में भरे जा रहे चालक के पद के ड्राइविंग टेस्ट को उत्तीर्ण कर लिया था. लिखित परीक्षा के लिए काॅल लेटर देरी से मिलने के कारण सरकारी नौकरी पाने का युवक ने सुनहरा मौका खो दिया है. अभ्यर्थी विशाल का कहना है कि यदि इस मामले में डाक विभाग कार्रवाई नहीं करता है तो वह कोर्ट जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल विभाग को शिकायत दी गई है. विभाग गलती को स्वीकार करे.
विशाल का कहना है कि जो पत्र मोहिं डाकखाना में जाना चाहिए था, वह रोपा में कैसे पहुंचा. मोहिं डाकघर के कर्मचारियों की गलती नहीं है, उन्हें हमीरपुर मुख्य डाकघर से ही यह पत्र देरी से मिला है जबकि यह पत्र पहले रोपा डाकघर में भेज दिया गया था. हमीरपुर डाक विभाग की गलती (Post office negligence) है, जिन्होंने मोहिं डाकघर की बजाए पत्र को रोपा भेजा.
मुख्य डाकघर हमीरपुर के वरिष्ठ अधीक्षक नरेंद्र कुमार (Post Office in hamirpur) का कहना है कि युवक की शिकायत मिली है. यह गलती किस स्तर पर हुई है इसकी जांच की जाएगी. मामले में नियमों तहत जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि निरीक्षक डाकघर की तरफ से जांच की जाएगी. जांच के लिए लिखा गया है. निरीक्षक डाकघर की तरफ से जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. जांच में पांच से छह दिन लग जाएंगे.