हमीरपुर: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश के लोगों से स्वतंत्रता दिवस के दिन बिना किसी डर से तिरंगा फहराने की अपील कर रहे हैं, लेकिन अगर सरकार के अपने इंतजामों की हमीरपुर जिला में बात की जाए तो वह धरातल पर हवाई ही साबित हो रहे हैं.
बाल स्कूल हमीरपुर के मैदान में स्थापित तिरंगा स्मारक में पिछले एक साल से तिरंगा गायब है. छात्र संगठन एनएसयूआई ने चंदा एकत्र कर हजारों रुपए की कीमत से खरीदे गए इस तिरंगे झंडे को अप्रैल महीने में जिला प्रशासन हमीरपुर को सौंपा था. बावजूद इसके अभी तक तिरंगा तिरंगा स्मारक में नजर नहीं आ रहा है.
पुलिस ने परेड की तैयारियां स्वतंत्रता दिवस के लिए शुरू तो कर दी है, लेकिन प्रशासन अभी तक तिरंगा स्मारक में तिरंगा नहीं लगा पाया है. इस विषय पर एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव टोनी ठाकुर ने कहा कि अप्रैल महीने में ही जिला प्रशासन को तिरंगा सौंपा गया था. उसमें 15 अगस्त से पहले तिरंगा लगाने का आश्वासन प्रशासन की तरफ से दिया गया था यदि जल्द ही यह पद तिरंगा नहीं लगाया जाता है तो वह हड़ताल करने को भी विवश होंगे.
उन्होंने बताया कि प्रशासन की लापरवाही के कारण वीरभूमि हमीरपुर में तिरंगा स्मारक में तिरंगा ना होना अपने आप में शहीदों की शहादत का अपमान है उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द यहां पर तिरंगा लगाने की मांग उठाई है साथ ही यह चेतावनी भी दी है यदि जल्द ही तिरंगा नहीं लगाया गया तो छात्र एक बार फिर से भूख हड़ताल करेंगे.
गौरतलब है कि लंबे समय से तिरंगा स्मारक पर तिरंगा न होने के कारण सामाजिक संगठन भी लगातार प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की अपील करते रहे हैं, लेकिन बजट की कमी का हवाला देकर प्रशासन पल्ला झाड़ लेता है. वहीं, छात्र संगठन की तरफ से तिरंगा उपलब्ध करवाने के बावजूद तिरंगा स्मारक पर इसे ना लगाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
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