हमीरपुर: रूस यूक्रेन (Russia Ukraine crisis) के बीच हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. यूक्रेन में भारत के हजारों मेडिकल स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. ईटीवी भारत ने खारकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले भारतीय मूल के स्टूडेंट्स के साथ विशेष बातचीत की है. इस दौरान जम्मू, हिमाचल समेत अन्य राज्यों के विधार्थी भी ऑनलाइन जुड़े. इस दौरान इन मेडिकल स्टूडेंट्स (Himachal students trapped in Ukraine) ने भारत सरकार से उन्हें इवेक्युएट करने की मांग उठाई है. स्टूडेंट्स का कहना है कि इंडियन एंबेसी से लगातार उनकी बात हो रही है, फिलहाल उन्हें बाहर निकलने के लिए मना किया गया है.
खारकीव शहर में यह मेडिकल स्टूडेंट्स पिछले 4 दिन से बंकर के अंदर हैं. जहां पर यह छात्र मौजूद है, वहां पर रूस और यूक्रेन की सेना आमने-सामने है. इस शहर में लगातार बमबारी हो रही है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में जम्मू सिटी की दीया महाजन ने बताया कि उनकी परिजनों से बात हो रही है, लेकिन फोन में बैटरी को भी उन्हें सोच कर ही खर्च करना पड़ रहा है. रात के समय उन्हें फोन बंद रखने की हिदायत दी गई है, फिलहाल उनके पास जो कुछ है वह खाने-पीने का गुजारा कर रहे हैं. लेकिन यदि हालात सामान्य नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में दिक्कत बढ़ सकती है.
वहीं, कांगड़ा निवासी कर्णिका गौतम का कहना है कि घर पर परिजन चिंता कर रहे हैं. रात भर शहर में बमबारी हो रही है. उन्होंने भारत सरकार से जल्द सभी मेडिकल स्टूडेंट्स को इवेक्युएट करने के लिए अपील की है. हमीरपुर जिले की अनन्य शर्मा का कहना है कि पोलैंड और रोमानिया से मेडिकल स्टूडेंट्स (Indian medical students in Ukraine) को इवेक्युएट किया गया है, लेकिन वह यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में हैं, जो कि रूस के साथ लगता हुआ है. यहां से सड़क के माध्यम से बाहर निकलना इन हालात में नामुमकिन है. उन्होंने इस मामले में भारत सरकार से जल्द से जल्द कोई विकल्प तलाश कर उनको बचाने की मांग उठाई है.
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