हमीरपुर: हमीरपुर में फायरमैन की भर्ती में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को बिना शारीरिक परीक्षा के ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इन अभ्यर्थियों ने कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के (Staff Selection Commission Hamirpur) माध्यम से आयोजित लिखित परीक्षा को पास किया है. अधिकारियों का तर्क था कि इस परीक्षा के लिए पूर्व सैनिक और होमगार्ड जवान हिस्सा ले सकते हैं, बाकायदा भर्ती नोटिफिकेशन में इस बाबत जानकारी दी गई थी.
दरअसल हमीरपुर के अणु सिंथेटिक ट्रैक पर हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग (ground test for recruitment of fireman in Hamirpur) में फायरमैन की भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई लिखित परीक्षा में पास हुए अभ्यार्थी भाग ले रहे हैं. आपको बता दें कि हिमाचल अग्निशमन विभाग में कूल 43 पदों के लिए इस भर्ती का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, भर्ती प्रक्रिया के पहले ही दिन डॉक्यूमेंट चेकिंग के उपरांत कई अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा ना देने पर भी विरोध जताया.
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब उन्होंने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है तो दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें शारीरिक दक्षता परीक्षा में हिस्सा लेने से क्यों रोका गया. अभ्यर्थियों ने बताया कि चेकिंग के दौरान ही उन्हें बताया गया है कि यह परीक्षा केवल होमगार्ड के जवानों या पूर्व सैनिक के लिए ही (ground test for recruitment of fireman in Hamirpur) निर्धारित की गई है. उन्होंने आपत्ति दर्ज करवाते हुए कहा कि अब लिखित परीक्षा होने के बाद उनके साथ गलत किया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार को फायर कोर्स पास कर चुके बेरोजगार युवाओं को भी इन परीक्षाओं में भाग लेने का मौका देना चाहिए.
वहीं, हमीरपुर अग्निशमन विभाग के प्रभारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि 43 पदों के लिए चयन बोर्ड के माध्यम से भर्ती का आयोजन किया जा रहा है. लिखित परीक्षा में पास अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा में भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज 155 अभ्यर्थियों को ग्राउंड टेस्ट के लिए बुलाया गया है. उन्होंने बताया कि ग्राउंड टेस्ट में अभ्यर्थियों से बोझा उठाकर दौड़, रस्सा चढ़ाई व अन्य शरीरिक दक्षता टेस्ट लिए जा रहे हैं. शारीरिक दक्षता परीक्षा में कई युवाओं के भाग नहीं लिए जाने के प्रश्न पर राजेंद्र चौधरी ने बताया कि यह परीक्षा केवल पूर्व सैनिकों या फिर होमगार्ड में कार्यरत जवानों के लिए निर्धारित की थी. जिसकी सूचना लिखित परीक्षा की नोटिफिकेशन में भी दी गई थी. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर केवल हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारी ही बता सकते हैं की क्यों अन्य युवाओं ने लिखित परीक्षा में भाग लिया.