भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज के सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का स्थाई पद न होने से मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा पहले व तीसरे बुधवार को ही मिलती है, जिससे मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोगों ने सरकार से अल्ट्रासाउंड की सुविधा जल्द मुहैया करवाने की मांग उठाई है, ताकि मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए निजी क्लीनिकों में जाकर ज्यादा पैसे खर्च ना करना पड़े.
बता दें कि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का स्थाई पद न होने से अल्ट्रासाउंड पहले व तीसरे बुधवार को किया जाता है, जिससे लोगों में रोष है. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की नई मशीनें तो आ गई हैं, लेकिन सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद ही नहीं है. हालांकि अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञ, ऑर्थो विशेषज्ञ, शिशु रोग चिकित्सक व महिला रोग चिकित्सक की तैनाती हो गई है, लेकिन लोगों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा सिर्फ माह में दो बार ही मिल पा रही है, जबकि पूर्व सूचना के बदलने से अल्ट्रासाउंड करवाने आए लोगों को घर लौटना पड़ रहा है.
हालांकि तकनीकी रेडियोलॉजिस्ट विभाग के कर्मचारी ने मंगलवार को लगभग 50 लोगों को अल्ट्रासाउंड की डेट दी थी, लेकिन डॉक्टर न होने से लोगों को निराश होकर घर लौटना पड़ा और अल्ट्रासाउंड मशीनें शोपीस बनकर रह गई हैं. लोगों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए सरकाघाट या हमीरपुर अस्पताल सहित निजी क्लीनिकों में जाना पड़ रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा रही है.
बीएमओ डॉ. ललित कालिया ने कहा कि अस्पताल में नई अल्ट्रासाउंड मशीनें आ गई हैं, लेकिन स्थाई रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर का पद न होने से माह में दो बार ही लोगों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल रही है.
ये भी पढ़ें: सऊदी से कुलभूषण के शव को लाने की कवायद तेज, सत्ती ने अनुराग ठाकुर को भेजे दस्तावेज