हमीरपुर: प्रदेशभर में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अब खुद को एनएचएम में मर्ज करने की मांग उठा रहे (Himachal community health officers) हैं. इस सिलसिले में हमीरपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर को ज्ञापन सौंपा है. प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट में फैसला लिया गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के 880 पद एनएचएम के अधीन अनुबंध भरने का फैसला लिया गया है. प्रदेश में पहले ही कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने सरकार के फैसले का स्वागत करने के साथ अपनी मांगे भी रखी हैं.
प्रदेशभर में सैकड़ों सीएचओ तीन वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं. इन सभी की भर्ती कंपनी के जरिए की गई थी, जबकि अब अनुबंध आधार पर एनएचएम योजना में भर्ती प्रदेश सरकार द्वारा निकाली गई है. ऐसे में वर्तमान में इन पदों पर सेवाएं देने वाली सीएचओ ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द बिना परीक्षा दिए उन्हें एनएचएम विभाग में मर्ज किया (CHO Met hamirpur MLA) जाए. सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी दीक्षा ने बताया कि उन्होंने कोरोना काल में भी लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान की हैं और घर-घर जाकर लोगों का टीकाकरण और सैंपल एकत्रित किए हैं.
कैंप लगाकर भी सरकार की योजनाओं को पूरा किया है. उन्होंने मांग की है कि उन्हें सरकार एनएचएम विभाग में मर्ज करें. वह स्वास्थ्य विभाग में पिछले 3 सालों से कार्य कर रही है (Himachal community health officers demand), लेकिन अभी तक सरकार द्वारा उन्हें एनएचएम विभाग में मर्ज नहीं किया गया है. इन कर्मचारियों का तर्क है कि उन्हें विभाग में कार्य करने का पूरा अनुभव और कोरोना के कठिन समय में उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं. प्रदेश सरकार उनकी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए बिना परीक्षा के एनएचएम में मर्ज करें.