हमीरपुर: कूड़ा निस्तारण न होना किसी भी शहर के लिए सबसे बड़ी समस्या है. इससे जगह-जगह गंदगी के ढेर लगते हैं और फिर यही ढेर बीमारियों की वजह बनते हैं. नगर परिषद हमीरपुर के तहत 11वार्डों में घर-घर से कूड़ा एकत्र के लिए ठेकेदारों को ठेका अलॉट किया गया है, लेकिन शहरवासी नगर परिषद की इस योजना से संतुष्ट नहीं है. शहर के लोगों और दुकानदारों का कहना है कि नियमों के अनुसार नगर परिषद हमीरपुर के ठेकेदार कूड़ा एकत्र नहीं कर रहे हैं शुल्क तो वसूला जा रहा है लेकिन सुविधा उस स्तर की नहीं दी जा रही है.
इसके अलावा कूड़े को डिस्पोज ऑफ करने के लिए कूड़ा संयंत्र में भी अव्यवस्था के सवाल लगातार ग्रामीणों की तरफ से उठाए जा रहे हैं. नगर परिषद के ठेकेदार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्ट 2016 की खूब धज्जियां उड़ा रहे हैं. कूड़ा एकत्र करने के लिए कार्य करने वाले सफाई कर्मचारी ग्लव्स तो दूर मास्क तक नहीं लगा रहे हैं.
सफाई के नाम पर महज औपचारिकता
शहरवासियों का कहना है कि सफाई के नाम पर महज औपचारिकता ही की जाती है. हालात ऐसे हैं कि स्थानीय नगर पार्षद को जब समस्या के बारे में बताया जाता है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता. इस व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा दोषी वार्ड पार्षद ही है. कूड़ा संयंत्र से सही ढंग से कार्य नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं. शहर में दुकाने के सामने गंदगी पसरी रहती है.
सही से किया जा रहा कूड़ा निस्तारण
कूड़ा सेंटर में काम करने वाले स्थाई कर्मचारी अजीत का कहना है कि उनके पास शहर से कूड़ा अलग-अलग पहुंचता है, सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग डालते हैं. निस्तारण केंद्र में कूड़ा नहीं जलाया जाता है. वहीं, एक और सफाई कर्मचारी माया देवी बताती हैं कि कूड़ा संयंत्र में गीला और सूखा कूड़ा डालने के लिए अलग-अलग चेंबर बनाए गए हैं. कूड़ों का निस्तारण सही ढंग से किया जा रहा है.
घर-घर जाकर कूड़ा उठा रहे कर्मचारी
नगर परिषद हमीरपुर के कार्यकारी अधिकारी किशोरी लाल ठाकुर का कहना है कि ठेकेदारों को कूड़ा कलेक्ट करने के लिए ठेका दिया गया है. घर-घर जाकर कूड़ा उठाया जाता है इसके लिए अलग-अलग शुल्क तय किए गए हैं. उन्होंने कहा कि कूड़ा संयंत्र जिस पंचायत में स्थित है वहां पर लोगों की शिकायतें मिलती रहती हैं. उन शिकायतों का समय समय पर निपटारा किया जाता है.