हमीरपुर: देश व प्रदेश में अनलॉक वन तो शुरू हो गया है लेकिन कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. एक तरफ जहां देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है. वहीं, प्रदेश में भी हर रोज नए मामले सामने आ रहे है. कोरोना महामारी से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करना ही कारगर हथियार है.
कोरोना से सामाजिक दूरी बनाने से व योगा प्राणायम करने से ही बचा जा सकता है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार करने वाले मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव कृष्ण धीमान ने कहा कि वह उसी टीम के लीडर थे जिन्होंने प्रथम चरण में भोटा चैरिटेबल अस्पताल में आए छह कोरोना संक्रमित मरीजों का सफल उपचार किया था.
डॉ. संजीव कृष्ण धीमान ने बताया कि उपचार के दौरान मरीजों ने उनके दिशानिर्देशों को पूरी तरह से माना है. उन्होंने इलाज के लिए डॉक्टर्स का पूरी तरह से सहयोग किया. बता दें कि इन मरीजों में ऊना जिले के जमाती भी शामिल थे.
डॉ. संजीव कृष्ण धीमान ने कहा कि उपचार के दौरान इन मरीजों को हाई प्रोटीन डाइट दी गई. इसके अलावा अंकुरित चने इत्यादि नाश्ते में दिए जाते थे. डॉ. संजीव कृष्ण धीमान ने कहा कि सामाजिक दूरी के नियम का पालन करना वैश्विक महामारी के दौर में बेहद जरूरी है.
अस्पताल में मरीजों के उपचार के दौरान भी सावधानी बरतना आवश्यक है जिसका उपचार के दौरान टीम ने ध्यान रखा. योगा और प्राणायाम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है. उनका कहना है कि कोरोना की दृष्टि से अतिसंवेदनशील वरिष्ठ नागरिकों को बाहर निकलने से परहेज ही करना चाहिए.
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