हमीरपुर: जिलावासियों ने डबल हेलमेट का नियम यूं ही नहीं अपनाया है, इसके पीछे का सच कुछ और ही है. जानकर हैरानी जरूर होगी कि डबल हेलमेट का नियम लागू करने में यातायात पुलिस का सबसे अहम रोल रहा है. ई-चालान व्यवस्था लागू करने के बाद ट्रैफिक नियमों को और प्रभावी तरीके से लागू करने में पुलिस को मदद मिली है.
जिला पुलिस ने 2019 में पिछले वर्षों की अपेक्षा अधिक चालान काटे हैं. इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2019 में यातायात पुलिस ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों से साढ़े 47 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया है. डबल हेलमेट को भी पुलिस विभाग व यातायात पुलिस ने बेहतर ढंग से लागू करवाने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है.
शायद यही कारण है कि यातायात नियमों की पालन न करने वालों पर कड़ा शिकंजा कसते हुए इनके चालान काटे गए. हालांकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर चालान के जुर्माने का आंकड़ा वर्ष 2018 में सिर्फ 26 लाख रुपये ही था. ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि यातायात नियमों की पालन करवाने के लिए पुलिस ने सख्ती दिखाई है.
ट्रैफिक इंचार्ज हमीरपुर सब इंस्पेक्टर पाल सिंह ने बताया कि ई चालान सुविधा से पुलिस का काम आसान हो गया है. वहीं लोगों को भी चालान का भुगतान करने में परेशानी पेश नहीं आ रही है. उन्होंने कहा कि कई बार लोग चालान का भुगतान करना भूल जाते थे. जिससे उन्हें कोर्ट के चक्कर भी काटने पड़ते थे, लेकिन ई-चालान की सुविधा से लोगों को इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है.
वर्ष 2019 के अंत में सामने आए चालान के आंकड़ों ने स्पष्ट कर दिया कि यातायात नियमों का सही ढंग से पालन करवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अपनी सराहनीय भूमिका अदा की है. पुलिस द्वारा अपनाए गए सख्ती की बदौलत लोगों ने इस नियम को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाया है. वर्ष 2019 में 26 हजार से अधिक चालान किए गए. जिनमें से हजारों चालान डबल हेलमेट न पहनने के भी हैं.
वहीं, वर्ष 2018 में चालान का आंकड़ा करीब 15 हजार ही था. इस वर्ष जहां चालान अधिक हुए. वहीं, वर्ष 2018 के मुकाबले चालान की राशि में भी दोगुना इजाफा हुआ है. वर्ष 2018 में चालान का आंकड़ा 26 लाख रुपये था, जो कि वर्ष 2019 में साढ़े 47 लाख पहुंच गया है.
ये भी पढ़ें: 'अपने मंत्रियों पर लगाम लगाएं जयराम, खुलेमंच पर न करें अधिकारियों की बेइज्जती'