हमीरपुर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर एक विस्फोट के दौरान शहीद हुए हमीरपुर के कमल वैद्य का पार्थिक देह अब रविवार को उनके पैतृक गांव में पहुंचेगा. मौसम खराब होने के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया है, जिस वजह से अब पार्थिव देह को लाने में देरी हो रही है. पूर्व में शनिवार को ही पार्थिव देह हमीरपुर लाए जाने की सूचना भारतीय सेना के अधिकारियों द्वारा जिला प्रशासन को दी गई थी, लेकिन मौसम की खराबी के कारण अब रविवार को पार्थिक देह हमीरपुर लाया जाएगा.
उधर, उनके घर पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. गांव में मातम का माहौल है और परिजनों को सांत्वना देने के लिए लगातार लोगों का घर पर आना जाना लगा हुआ है. आपको बता दें कि 27 साल के कमल वैद्य भारतीय सेना की डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे. पुंछ जिले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कमल वैद्य को नियंत्रण रेखा पर कृष्णा घाटी सेक्टर में अग्रिम चौकी पर तैनात किया गया था.
पुंछ के मनकोट सेक्टर में आर्मी ऑपरेशन के दौरान एक माइन के विस्फोट होने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. जिला प्रशासन हमीरपुर को इस बात की जानकारी सेना की ओर से दे दी गई है. शहीद कमल वैद्य भोरंज उपमंडल की लगमन्वी पंचायत के घुमारवी गांव के रहने वाले थे.
उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने बताया कि सैन्य अधिकारियों से प्राप्त सूचना के अनुसार खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया है. अब रविवार को शहीद कमल देव वैद्य का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में पहुंचाया जाएगा. शाम को ही पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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