हमीरपुर: जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने बड़सर के पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा की घर वापसी के ऐलान पर बड़ा बयान दिया है. जिस कारण एक बार फिर विवाद गहरा गया है. दरअसल, उपचुनावों में पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा की ड्यूटी भी कांग्रेस आलाकमान द्वारा लगाई गई थी. ड्यूटी लगने के बाद यह माना जा रहा था कि उनकी कांग्रेस में एक बार फिर वापसी हो गई है, लेकिन अब जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के बयान के बाद फिर सियासी चर्चा शुरू हो गई है.
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि पर कांग्रेस कोई 'सराय' नहीं है, जिसमें रात काटी और सुबह चल दिए. उन्होंने कहा कि वे पांच बार पार्टी से निकाले गए. अब जल्द ही इस मामले से निपटेंगे. अभी उन्हें, उनकी कांग्रेस में हुई वापसी को लेकर विधिवत रूप में कोई जानकारी नहीं है. वह हमीरपुर में मीडियाकर्मियों से रूबरू हो रहे थे.
उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह डोगरा कांग्रेस पार्टी का सदस्य नहीं है. उन्होंने कहा है कि इसकी कोई पुष्टि नहीं है. जब तक जिला कांग्रेस कमेटी इस को मंजूर नहीं करती है अथवा जिला कांग्रेस कमेटी को कॉन्फिडेंस में नहीं लिया जाता है तब तक वह कांग्रेस के सदस्य नहीं है.
जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि उपचुनावों में जिन-जिन पदाधिकारियों को निष्क्रियता हमीरपुर जिले से रही होगी, उसकी समीक्षा की जाएगी और ऐसे लोगों को संगठन के दायित्व से बाहर किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि जो सही समय पर भी समय ना दे पाएं, ऐसे पदाधिकारियों व सदस्यों की परख तो करनी ही पड़ेगी.
भोरंज और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्रों के संगठन के मामले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि समय आ गया है इसकी समीक्षा की जाएगी. कौन कितना प्रभावी है और इन दोनों क्षेत्रों में संगठन आखिर किस स्तर पर और कब तक मजबूत हो पाए. युवाओं के हवाले बागडोर सौंपी जाएगी.
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