हमीरपुर: शहर के प्रथम नागरिक कहे जाने वाले नगर परिषद हमीरपुर अध्यक्ष (City Council Hamirpur) को सरकारी कार्यक्रमों में मंच पर कुर्सी न दिए जाना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. पिछले दिनों टाउन हाॅल में हमीरपुर राज्यस्तरीय कारगिल विजय दिवस मनाया गया और इस समारोह के मंच पर नगर परिषद अध्यक्ष को कुर्सी नहीं मिली. आयोजकों की अनदेखी के कारण भाजपा सरकार में सरकारी कार्यक्रम में भाजपा समर्थित नप अध्यक्ष को कुर्सी नहीं मिल पाई. ऐसे में भाजपा समर्थित नगर परिषद हमीरपुर के पार्षदों और पूर्व पार्षदों ने प्रशासन से नाराजगी जाहिर की है.
विपक्ष के पार्षदों और पूर्व पार्षदों ने इस विषय पर एकमत होकर राय रखी है. सभी पार्षदों का एकमत है जिला प्रशासन को यह ध्यान रखना चाहिए चुने हुए प्रतिनिधियों को सम्मान मिले. पार्षदों का तर्क है कि नगर परिषद के एरिया में कोई भी सरकारी कार्यक्रम आयोजित होता है, तो प्रोटोकाॅल के तहत नगर परिषद अध्यक्ष को उचित मान सम्मान दिया जाना चाहिए.
गौरतलब है 26 जुलाई को टाउन हाॅल हमीरपुर (Town Hall Hamirpur) में आयोजित समारोह नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास के लिए मंच पर कुर्सी ही नहीं लगाई गई थी. सीएम जयराम ठाकुर और स्थानीय विधायक और तमाम भाजपा नेता समारोह में पहुंचे. मंच पर सभी अधिकारियों और नेताओं के कुर्सियां लगी थी, लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष के लिए कुर्सी नहीं लगाई गई थी.
अनदेखी से नाराज कार्यक्रम को छोड़कर नगर परिषद अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास टाउन हाॅल के बगल में स्थित अपने कार्यालय में चले गए. नगर परिषद हमीरपुरी के पूर्व पार्षद अनिल चैधरी का कहना है कि जिला प्रशासन को यह ध्यान रखना चाहिए कि शहर के प्रथम नागरिक को उचित मान सम्मान मिले. चुने हुए प्रतिनिधियों की इस तरह से अनदेखी निंदनीय है.
वहीं जब नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास (City Council Hamirpur President Manoj Kumar) से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि शहर में आए हुए मेहमानों को उचित मान सम्मान मिले उनके लिए यही काफी है. पार्षदों की भावनाओं को आदर करते हैं. पार्षदो के इस तर्क है वह सहमत है कि चुने हुए प्रतिनिधियों को भी इस तरह के समारोह में सम्मान मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के बाद सीएम जयराम ठाकुर से मिलकर शहर की समस्याओं के समाधान और विकास कार्यों को लेकर सार्थक चर्चा हुई है.