हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों के लिए सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हमीरपुर जिले की अगर बात की जाए तो यहां पर उपचुनावों का तो कोई शोर नहीं है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों (assembly election) के लिए संगठन सक्रिय हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की सरकार प्रदेश में हमीरपुर जिले में संगठन और सरकार के समन्वय पर सबकी नजरें हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि लंबे समय तक हमीरपुर एक तरह से भाजपा का गढ़ रहा है, पिछले विधानसभा चुनावों में तो परिणाम भाजपा के अनुरूप में नहीं रहे लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों के लिए संगठन और सरकार ने जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं.
अब जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में नेताओं को सरकार में तवज्जो दी जा रही है. कहीं पर संगठन की दृष्टि से चेहरे मजबूत किए जा रहे हैं तो कहीं सरकार में अहम दायित्व देकर भाजपा, मिशन रिपीट के दावे को धरातल पर उतारने का प्रयास कर रही है. वर्तमान समय में हमीरपुर जिला के 5 विधानसभा क्षेत्रों में से 3 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस जबकि दो में भाजपा के विधायक जीत कर आए हैं जिन तीन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के विधायक हैं, वहां पर भाजपा के नेताओं को सरकार में जगह देकर उन्हें मजबूती प्रदान करने की कोशिश की गई है.
बड़सर विधानसभा क्षेत्र (Barsar Assembly Constituency) में एक दो नहीं बल्कि चार नेताओं को संगठन और सरकार में अहम पद मिले हैं. इसमें हिमाचल प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा (Himachal Pradesh BJP Kisan Morcha) के अध्यक्ष राकेश बबली को हाल ही में कामगार कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है तो वहीं संगठन में विनोद ठाकुर को प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही कमलनयन भी कांगड़ा प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के चेयरमैन पद पर हैं.
वहीं, पूर्व विधायक बलदेव शर्मा के पास भी जिला भाजपा के अध्यक्ष की जिम्मेदारी है. नादौन विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री को एचआरटीसी का वाइस चेयरमैन (Vice Chairman of HRTC) बनाया गया है. वहीं, भोरंज में जहां पर भाजपा विधायक कमलेश कुमारी हैं, वहां पर उन्हें संगठन में प्रदेश स्तर पर दायित्व देने के साथ ही विधानसभा का मुख्य उपसचेतक तक भी बनाया गया है. उन्हें एक मजबूत नेता के तौर पर भोरंज विधानसभा क्षेत्र में स्थापित करने की कोशिश की जा रही है.
इसके साथ ही हमीरपुर सदर विधानसभा क्षेत्र (Hamirpur Sadar Assembly Constituency) में जहां पर भाजपा के विधायक नरेंद्र ठाकुर हैं, वहां नवीन शर्मा को हिमाचल कौशल विकास निगम का समन्वयक बनाया गया है. कुल मिलाकर हर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा संगठन और सरकार की दृष्टि से नेताओं को मजबूत करने में जुटा है.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गुट के नेताओं के लिए सरकार और संगठन में उन्नति पाने वाले नेता चुनौती बन रहे हैं. भाजपा के वर्तमान जिला अध्यक्ष बलदेव शर्मा को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल (Former Chief Minister Prem Kumar Dhumal) का बेहद करीबी माना जाता है उनका विधानसभा क्षेत्र बड़सर है. ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र में एक दो नहीं बल्कि टिकट के दावेदार तीन और नेता भी हैं, जिन्हें संगठन और सरकार में अहम जिम्मेदारियां मिली हैं. दरअसल जयराम सरकार भी इस विधानसभा क्षेत्र पर मेहरबान है, लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने आधिकारिक तौर पर बड़सर विधानसभा क्षेत्र का अभी तक दौरा भी नहीं किया है.
भोरंज विधानसभा क्षेत्र (Bhoranj Assembly Constituency) में विधायक कमलेश कुमारी को यूं ही संगठन और सरकार में मजबूती प्रदान नहीं की जा रही है. यहां से उपचुनाव जीतकर विधायक बने पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्गीय आईडी धीमान के बेटे डॉ अनिल धीमान भी इन दिनों सक्रिय हैं. सन 2017 के विधानसभा चुनावों में उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया, लेकिन अब वह एक बार फिर 2022 के चुनावों के लिए तैयारी में जुटे हैं और विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं. ऐसे में कमलेश कुमारी को यहां पर मजबूत नेता के तौर पर स्थापित करने का प्रयास से जयराम सरकार और संगठन द्वारा किया जा रहा है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) में लंबे समय तक कार्य करने वाले नवीन शर्मा हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी दृष्टि से पूरी तरह से सक्रिय हैं. वर्तमान जयराम सरकार में उन्हें कौशल विकास निगम का समन्वयक भी नियुक्त किया गया है. इस विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक का नरेंद्र ठाकुर हैं, लेकिन यह भी विदित है कि वह इससे पहले कांग्रेस से भी चुनाव लड़ चुके हैं. ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र में सरकार और संगठन के तरफ से विकल्पों की भी कोई कमी नहीं रखी गई है. यहां पर कृषि विपणन समिति हमीरपुर के अध्यक्ष अजय शर्मा को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. संगठन के आदमी गिने जाते हैं और हमीरपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में उनकी दावेदारी भी टिकट के लिए कमजोर नहीं है.
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सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल पूरी तरह से सक्रिय हैं. यहां पर पंचायत हर बूथ तक पहुंचकर कार्यकर्ताओं को एक्टिवेट कर रहे हैं और यहां पर भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है. इस विधानसभा क्षेत्र में कौन चुनावी रण में होगा. इसे लेकर कुछ भी कहना मुश्किल होगा लेकिन यहां पर ना तो पूर्व मुख्यमंत्री धूमल का भाजपा में कोई और विकल्प ही नजर नहीं आता है.
वहीं, हाल ही में मुख्य सचिव अनिल खाची (Chief Secretary Anil Khachi) पद से हटाने और प्रदेश में धड़ाधड़ बोर्डों और निगमों में हो रही नियुक्तियों पर भी पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह सरकार का अधिकार क्षेत्र है और यह सरकार को ही तय करना होता है.
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