हमीरपुर: शराब कांड मामले में लगातार राजस्व घाटे का सामना कर रही प्रदेश सरकार को पहली बार कमाई हुई है. काले कारोबार में जुटे लोगों ने तो करोड़ों रुपये का चूना सरकार को लगाया है, लेकिन अब शराब ठेकों के नए सिरे से आवंटन किए जाने पर अब बैठे-बिठाए विभाग को एक करोड़ 60 लाख की कमाई हुई है. शराब कांड मामले को लेकर हमीरपुर जिला में कैंसिल किए गए शराब के 13 ठेकों के नए सिरे से आवंटन (liquor contracts started in Hamirpur) को लेकर मंगलवार को बचत भवन में प्रक्रिया पूर्ण की गई.
इस दौरान इससे तमाम प्रक्रिया में बड़ी तादाद में शराब के ठेकेदार शामिल हुए. ठेकों के आवंटन की यह प्रक्रिया रात तक जारी थी. इस दौरान मात्र 13 ठेकों के लिए न केवल हमीरपुर बल्कि आसपास के जिलों से भी सैकड़ों ठेकेदारों ने इस आवंटन प्रक्रिया में भाग लिया. ठेकों की यह नीलामी मात्र डेढ़ माह के लिए हो रही है. इसमें 800 से ज्यादा आवेदन आए हुए थे, जिससे सरकार को फीस के रूप में एक करोड़ 60 लाख के करीब कमाई बैठे-बिठाए एक ही दिन में हो गई.
आपको बता दें कि एक्साइज विभाग (Excise department Himachal) के कार्यालय के खुलने से पहले ही मंगलवार को सैकड़ों आवेदक पहुंचना शुरू हो गए थे. कार्यालय खुलते ही यहां पर लोगों का जमावड़ा लग गया था. हर कोई अपनी फाइल फीस सहित जमा करवाने के लिए भीड़ भड़ाके में मशक्कत करता हुआ नजर आया. इस आवेदन की प्रक्रिया को मुक्कमल करने में ही विभाग को शाम के चार बज गए.
उसके बाद जिला मुख्यालय स्थित बचत भवन (liquor shops bid in Hamirpur) के भीतर पर्ची निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई. रात आठ बजे तक केवल दो यूनिटों की पर्चियां निकल पाई थीं. वहीं, विभाग के आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी अनुराग गर्ग ने बताया कि नए सिरे से ठेकों को आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है और मंगलवार देर रात तक यह कार्य जारी रहेगा.
ये भी पढ़ें: एनजीटी के आदेश को चुनौती देने वाली हिमाचल सरकार की याचिका पर सुनवाई 14 मार्च के लिए टली