हमीरपुर:जिला में इंस्पायर मानक अवॉर्ड योजना में सरकारी और गैर सरकारी 150 स्कूलों ने आवेदन नहीं किया है. ऐसे में शिक्षा विभाग ने संबंधित स्कूलों को ई-मेल के माध्यम से नोटिस जारी करके संबंधित स्कूलों को 25 जुलाई से पहले आवेदन करना होगा, वरना स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा निदेशालय को पत्र भेजेगा.
बता दें कि इंस्पायर मानक अवॉर्ड योजना के लिए ऑनलाइन नॉमिनेशन साइट एक अप्रैल से खोली गई है. तीन महीने के बाद जिला के 300 स्कूलों ने ही अभी तक आवेदन किया है, जिसमें 228 सरकारी स्कूल और 72 प्राइवेट स्कूलों ने ही इंस्पायर मानक योजना में रुचि दिखाई है.
इंस्पायर मानक अवॉर्ड योजना के तहत मिलियन लोगों की मिलियन सोच को स्क्रीन करके अच्छे व इनोवेटिव आइडिया को पहचान करके राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान व प्रौद्योगिकी से जोड़ना है, क्योंकि इंस्पायर मानक योजना से छात्रों की सोच को वैज्ञानिक तकनीक उपलब्ध कराई जाती है. साथ ही छात्रों में इनोवेशन की भावना जागृत होती है और रिसर्च में रुचि बढ़ती है. यही रुचि व उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण उनको वैज्ञानिक बनने के लिए प्रोत्साहित करता है. ये प्रतियोगिता तीन स्तर पर होती है. पहली प्रतियोगिता जिला स्तर पर, दूसरी प्रतियोगिता राज्य स्तर पर व तीसरी प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर होती है.
इंस्पायर मानक अवॉर्ड स्कीम के प्रभारी अश्वनी चंबयाल ने बताया कि 150 सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों ने आवेदन नहीं किए है, उनको 25 जुलाई तक का समय दिया गया है.
गौर रहे कि जिला में सीनियर सेकेंडरी 95, राजकीय उच्च पाठशाला 65 और राजकीय मिडल स्कूल 118 हैं, जबकि प्राइवेट स्कूलों की संख्या 172 हैं. इंस्पायर मानक अवार्ड योजना के तहत छठीं से बारहवीं छात्रों की नॉमिनेशन ऑनलाइन करनी होती है. इसके तहत छात्रों के विचारों को मॉडल बनाने हेतु चयन करके ऑनलाइन करना था, ताकि छात्रों की सोच को विकसित करके उनकी रुचि को विज्ञान में बढ़ाया जा सके. प्रत्येक छात्र को 10 हजार रुपये मॉडल बनाने के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिक विभाग की ओर से ग्रांट मिलती है.