बैजनाथ: उपमंडल में आने वाले तीन प्रमुख मंदिरों के कपाट 10 सितंबर से श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. हालांकि प्रदेश सरकार ने 10 सितंबर से मंदिर खोलने को लेकर निर्देश जारी किए हैं, लेकिन जिला आयुक्त स्वयं कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आइसोलेट हो गए हैं. साथ ही कांगड़ा में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में अभी तक जिला आयुक्त ने मंदिर खोलने के लिए किसी प्रकार की एडवाइजरी जारी नहीं की है.
गौरतलब है कि उपमंडल के ऐतिहासिक शिव मंदिर के अतिरिक्त महाकाल और बाबा काठक मंदिर मार्च से बंद हैं. ऐसे में 10 सितंबर को मंदिरों को खोलने पर महाकाल मंदिर में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन को पुख्ता प्रबंध करना होगा, क्योंकि महाकाल मंदिर में भद्रपद मास के चार शनिवार मेलों में से अंतिम शनिवार मेला 12 सितंबर को प्रस्तावित है.
कोरोना महामारी के कारण इस बार तीन शनिवार के दौरान मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे हैं. हालांकि स्थानीय प्रशासन ने मंदिरों को खोलने के लिए थोड़ी बहुत तैयारी शुरू कर दी थी, जिसमें मंदिरों की घंटियों को कपड़े से ढक दिया गया है, लेकिन बुधवार तक किसी प्रकार के निर्देश जारी न होने पर असमंजस की स्थिति बरकरार है.
मंदिर सहायक आयुक्त एवं एसडीएम छवि नांटा ने बताया कि अभी तक जिला आयुक्त की ओर से मंदिर खोलने के लिए किसी प्रकार के निर्देश जारी नहीं किए गए हैं, इसलिए गुरुवार से बैजनाथ उपमंडल के किसी भी मंदिर को नहीं खोला जाएगा.
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